जयपुर. कोविड-19 के इस संक्रमण काल में भी राजस्थान आवासन मण्डल की सम्पत्तियों को खरीदने का लोगों में क्रेज बरकरार है. लॉकडाउन के बीच व्यवसायिक सम्पत्तियों का नीलाम होना बोर्ड की कामयाबी को दर्शाता है.
लॉकडाउन के दौरान भी हाउसिंग बोर्ड की हुई कमाई इस संबंध में मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि कोरोना के असर के बाद भी हाउसिंग बोर्ड की प्रोपर्टी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. इस नीलामी में सोशल डिस्टेंसिंग की कड़ाई से पालना की गई. नीलामी में भाग लेने वाले सभी बोलीदाताओं की थर्मल स्कैनर से तापमान जांच की गई. जिन बोलीदाताओं का तापमान सही पाया गया, उन्हें प्रवेश की अनुमति दी गई.
नीलामी में कोविड-19 से संबंधित निर्देशों का पूर्ण पालन किया गया और सभी बोलीदाताओं को हैंड सेनेटाइजर और मास्क उपलब्ध कराए गए. उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी नगर की 23 व्यावसायिक सम्पत्तियों के लिये 55 बोली प्रस्ताव प्राप्त हुए थे. मोहरबंद नीलामी के माध्यम से बेची गई. इन सम्पत्तियों की नीलामी से मण्डल को 3 करोड़ 65 लाख रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ.
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बता दें कि आवासन मंडल ने अपने कॉमर्शियल उपयोग की जमीन का न्यूनतम बिड प्राइस कम कर दिया है. मंडल द्वारा कॉमर्शियल भूखंडों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है और उसी के आधार पर अब डेढ़ गुना से 4 गुना तक आरक्षित दर तय की गई है.