जयपुर. राजस्थान शिक्षा विभाग (Rajasthan education department) ने कोरोना महामारी में हुए छात्रों के नुकसान की भरपाई के लिए पहली से आठवीं तक ब्रिज कोर्स तैयार (Bridge Course in Rajasthan) किया है. इसके जरिए करीब 50 लाख बच्चों का लर्निंग गैप कम किया जाएगा. बजट घोषणा की पालना में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने जुलाई से बच्चों को ब्रिज कोर्स पढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इससे बच्चों का लर्निंग गैप दूर होगा.
राज्य में नए सत्र में कक्षा एक से आठवीं तक के लिए ब्रिज कोर्स शुरू (Bridge Course in Rajasthan) किया जाएगा. स्कूलों में चार कालांशों (Period) में ब्रिज कोर्स से पढ़ाई कराई जाएगी. तीन महीने बाद फिर सालभर तक दो कालांशों में ये कोर्स चलेगा. खास बात है कि कक्षाओं में लर्निंग लेवल के हिसाब से बच्चों के ग्रुप बनेंगे. राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी) ने इसे लेकर वर्कबुक तैयार कराई है. इनमें दो पुरानी कक्षाओं की पाठ्यसामग्री शामिल की है. ब्रिज कोर्स में हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय पढ़ाया जाएगा. इसके तहत बच्चों की भाषायी और गणितीय दक्षता में सुधार लाया जाएगा.