जयपुर. प्रदेश एक बार फिर कोरोना की जद में आता नजर आ रहा है. कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सीएम अशोक गहलोत ने बढ़ते संक्रमण पर चिंता जताते हुए कहा कि दूसरी लहर के अनुभवों और इस वायरस की प्रकृति को देखते हुए फिर से टेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रेसिंग की रणनीति को मजबूती से लागू किया जाए .
उन्होंने कहा कि संक्रमण को प्राथमिक स्तर पर ही रोकना जरूरी है , ताकि प्रदेशवासियों को तीसरी लहर से बचाया जा सके. सीएम ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान में कोरोना संक्रमण (Rajasthan corona Effect) और मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की . उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में सेम्पलिंग बढ़ाई जाए. विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं. साथ ही गहन कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर फोकस किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना की बूस्टर डोज की अनुमति देने का मांग की जाएगी.
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उन्होंने कहा कि सामने आया है कि दुनिया के लगभग 35 मुल्कों में बूस्टर डोज लगाई जा रही है . ऐसे में जरूरी है कि देश में भी लोगों को तीसरी लहर से बचाने के लिए केन्द्र सरकार बूस्टर डोज की आवश्यकता के संबंध में जल्द ही उचित निर्णय लेकर राज्यों को दिशा-निर्देश जारी करे. गहलोत ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान बेहतर प्रबंधन कर तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं . अस्पतालों में आईसीयू बैड, ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, शिशु गहन चिकित्सा इकाई सहित अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है . उन्होंने निर्देश दिए कि डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए फोगिंग पर जोर दिया जाए.
एक्टिव पहुंचा 95 पर
राज्य में कोरोना एक्टिव केसों (Rajasthan corona Effect) की संख्या 95 हो गई है. इसे देखते हुए सेम्पलिंग की संख्या को बढ़ाकर 25 हजार प्रतिदिन करने के निर्देश दिए गए हैं. मॉल्स, स्कूल और बाजारों में रेन्डम सेंम्पलिंग भी की जा रही है. साथ ही, वायरस के वेरिएंट की पहचान के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज स्थित लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है.