जयपुर. यूपी में लखीमपुर हिंसा और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर भड़की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस मोदी और योगी सरकार पर हमलावर है. राजधानी जयुपर में मंगलवार को पार्टी ने मौन जुलूस निकाला. हालांकि, इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या कम ही रही.
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री प्रताप सिंह मंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री भंवर सिंह भाटी, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रघुवीर मीणा, विधायक शकुंतला रावत, विधायक गोविंद मेघवाल, जयपुर महापौर मुनेश गुर्जर, विधायक रफीक खान समेत कांग्रेस के नेता मौन जुलूस में शामिल हुए. मौन जुलूस में पहली बार देखा गया कि न किसी तरीके की कोई नारेबाजी की जा रही थी न ही पैदल मौन जुलूस के दौरान नेताओं ने कोई बात कही.
बार-बार बदला कार्यक्रम, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या भी रही कम...
राजस्थान कांग्रेस की ओर से निकाले गए मौन जुलूस के कार्यक्रम में बार-बार बदलाव होता रहा. जहां सुबह तक प्रदेश कांग्रेस के नेता इस बात की तैयारी कर रहे थे कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का उन्हें स्वागत करना है और मुख्यमंत्री आवास पर दिए जा रहे लंच में शामिल होना है. लेकिन जैसे ही चरणजीत सिंह चन्नी का कार्यक्रम निरस्त हुआ, वैसे ही प्रदेश कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी और किसान आंदोलन में हुई हिंसा के खिलाफ पैदल मार्च तय किया गया.
लेकिन ऐन मौके पर तय किए गए कार्यक्रम में कई गड़बड़ियां हुईं. जहां पहले यह तय हुआ कि कांग्रेस पार्टी की ओर से मौन जुलूस शहीद स्मारक तक निकाला जाएगा, जहां मुख्यमंत्री भी पहुंचेंगे, लेकिन बाद में प्रशासन की ओर से जानकारी मिली कि शहीद स्मारक पर पहले से ही एक प्रदर्शन चल रहा है, अगर मुख्यमंत्री वहां पहुंचते हैं तो प्रदर्शनकारी उनसे मिलने का प्रयास कर सकते हैं.
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