जयपुर. प्रदेश की राजधानी में सोमवार को सियासी पारा उबाल पर रहा. लखीमपुर खीरी की घटना (Lakhimpur Kheri incident) पर कांग्रेस ने जहां मौन व्रत रखा तो बीजेपी ने रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच कांग्रेस के मौन व्रत पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया मुखर दिखे. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान पूनिया ने कांग्रेस के मौन व्रत को सियासी दिखावा बताया. साथ ही उन्होंने रीट परीक्षा धांधली से लेकर बिगड़ती कानून व्यवस्था तक पर कांग्रेस और गहलोत सरकार पर निशाना साधा.
ईटीवी भारत बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) मुखर ही कब थी, जो अब मौन होगी. पूनिया के अनुसार कांग्रेस के मौन में भी उनकी अपनी सुविधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके नेताओं को सब कुछ दिखता है लेकिन राजस्थान में जो कानून व्यवस्था आज चुनौती बनी हुई है, उसके बारे में आज तक प्रियंका और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का राजनीतिक पर्यटन नहीं हुआ.
पूनिया ने कहा लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र तो कांग्रेस के नेता करते हैं. पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री लखीमपुर के लोगों के लिए 50-50 लाख की घोषणा भी करते हैं लेकिन राजस्थान के पीलीबंगा (Pillibanga Dalit Murder) के प्रेमपुरा में हुई दलित की हत्या के मामले में यह सब चुप है. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में तो इस दलित परिवार को सरकार के खजाने से मिलने वाली लिमिटेड संबल राशि भी समय पर नहीं मिली.
पीलीबंगा दलित पीड़ित परिवार के यहां भाजपा नेता नहीं गए यह सफेद झूठ
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से जब पूछा गया कि पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या के मामले में सियासत तो बहुत हो रही है लेकिन भाजपा और कांग्रेस का कोई प्रमुख नेता अब तक इस पीड़ित परिवार से मिलने क्यों नहीं गया और यह कितना उचित है. तब सतीश पूनिया ने कहा कि यह बिल्कुल सफेद झूठ है कि भाजपा का कोई नेता पीड़ित परिवार के पास नहीं पहुंचा.