जयपुर.करौली में पुजारी को जलाकर मारने का विवाद थमा भी नहीं था कि अब अलवर में सेल्समैन को डीप फ्रीजर में डालकर जिंदा जलाने के मामले पर प्रदेश में सियासत गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री डॉ.अलका गुर्जर सहित प्रदेश भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने इस मामले में प्रदेश के गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला है. इन नेताओं ने पूछा है कि अब गहलोत साहब को पद पर रहने का क्या कोई हक बचा है.
भाजपा ने गहलोत को गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देने को कहा राजस्थान में आम जन में अपराधियों का खौफ...
अर्जुन राम मेघवाल ने इसे जघन्य अपराध बताते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की कहानी बयां करती हैं. मेघवाल ने पत्रकारों को संबोधित करते कहा कि आज प्रदेश में पुलिस का भय नहीं रहा, बल्कि आम जन में अपराधियों का खौफ पैदा हो चुका है. केंद्रीय मंत्री ने इस घटना को राजस्थान में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार से भी जोड़कर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा.
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वहीं, राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका गुर्जन ने इस घटना को बेहद निंदनीय और शर्मनाक बताया. साथ ही इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा और कहा क्या अब बतौर गृहमंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस पद पर रहने का कोई हक बचा है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो रही है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से राजस्थान पूरे देश में शर्मसार हुआ है.
गहलोत को गृहमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए....
सतीश पूनिया और वसुंधरा राजे के साथ ही उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, सांसद दीया कुमारी ने Twitter के जरिए तो वही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और प्रदेश प्रवक्ता विधायक रामलाल शर्मा ने मीडिया में बयान जारी कर इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा "करौली जिले में पुजारी को जिंदा जलाने की घटना के बाद अलवर में सेल्समैन ने सैलरी मांगी तो जिंदा जलाया. इस घटना को पढ़कर ऐसा लगा कि हम अफ्रीका के सोमालिया जैसे देश में रह रहे हैं, जहां कानून नाम की कोई व्यवस्था नहीं है क्या गृहमंत्री गहलोत को अपने पद पर रहने का हक है".
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कांग्रेस सरकार के कुशासन का एक और नमूना है ये घटना...
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि मन विचलित है ऐसी तस्वीरों को देखकर. करौली में पुजारी को जिंदा जला देने के बाद अब अलवर में सेल्समैन को डीप फ्रीजर में डालकर हत्या का मामला सामने आया है. जो अमानवीयता के साथ ही कांग्रेस सरकार के कुशासन का एक और नमूना है. हमारे सभ्य समाज में ऐसी दरिंदगी और ऐसे नरपिशाचों का कोई स्थान नहीं है. ये नृशंस घटनाएं ना सिर्फ राजस्थान की छवि को धुमिल करने वाली है, बल्कि पूरी मानव सभ्यता को कलंकित करती हैं. राज्य सरकार को दोषियों को सख्त सजा दिलाकर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगानी चाहिए".
इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय...
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि "प्रदेश में अमानवीय व क्रूरता के साथ बढ़ते अपराध बार-बार साबित कर रहे हैं कि कांग्रेस सरकार का शासन अब कुशासन व जंगलराज में बदल चुका है. कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है. मेरी CM अशोक गहलोत जी से मांग है कि ऐसे नृशंस कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी सजा दी जाएं. करौली में पुजारी को जिंदा जलाने के महज 18 दिनों बाद अलवर में सेल्समैन कमल को जिंदा जलाकर मारने की दिल दहलाने वाली घटना है. राज्य में ऐसी आपराधिक घटनाओं की पुनरावृत्ति चिंता का विषय हैं".
भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने भी ट्वीट कर इस घटना को शर्मनाक और हृदय द्रवित करने वाली घटना बताया उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि "करौली में पुजारी को जिंदा जला कर मौत के घाट उतारने के महज 18 दिन बाद अलवर में भी एक व्यक्ति को जिंदा जलाकर मारा गया और ये घटना बेहद शर्मनाक है. इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. घटना के दोषी अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोर सजा दिए जाए".
दीया कुमारी का गहलोत सरकार पर हमला