राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Rajasthan Bird Flu Update: 15 मोरों सहित 160 पक्षियों की हुई मौत, कुल आंकड़ा पहुंचा 6450

राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार को प्रदेशभर में 160 पक्षियों की मौत हुई. जिनमें 120 कौए, 15 मोर, 3 कबूतर और 22 अन्य पक्षी शामिल हैं. प्रदेश में अब तक 6450 पक्षियों की मौत हो चुकी है.

bird flu,  bird flu in rajasthan
राजस्थान में बर्ड फ्लू

By

Published : Jan 23, 2021, 9:41 PM IST

जयपुर.राजस्थान में बर्ड फ्लू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार को प्रदेशभर में 160 पक्षियों की मौत हुई. जिनमें 120 कौए, 15 मोर, 3 कबूतर और 22 अन्य पक्षी शामिल हैं. प्रदेश में अब तक 6450 पक्षियों की मौत हो चुकी है. जिनमें 4528 कौए, 375 मोर, 542 कबूतर और 1005 अन्य पक्षियों की मौत हुई है.

23 जनवरी को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 17 जिलों में 67 नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं. राजस्थान में करीब 17 जिले बर्ड फ्लू से प्रभावित हुए हैं. प्रदेश में 27 जिलों से 272 सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब में भेजे जा चुके हैं. पोल्ट्री फार्म पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. जयपुर में शनिवार को 29 पक्षियों की मौत हुई है, जिनमें 22 कौए, 1 मोर, 2 कबूतर और 4 अन्य पक्षी शामिल हैं. जयपुर में अब तक 1380 पक्षियों की मौत हो चुकी है, जिनमें 1204 कौए, 11 मोर, 81 कबूतर, 4 मुर्गी और 80 अन्य पक्षी शामिल हैं.

पढ़ें:SPECIAL : चिरंजीलाल के कंठ में बसा है पूरा जंगल...आवाज ऐसी कि जानवर भी खा जाएं धोखा

शनिवार को जयपुर में 29, अलवर में 0, दौसा में 16, झुंझुनू में 0, सीकर में 5, अजमेर में 0, भीलवाड़ा में 2, नागौर में 0, कुचामन सिटी में 0, टोंक में 24, भरतपुर में 2, धौलपुर में 1, करौली में 0, सवाई माधोपुर में 3, बीकानेर में 0, चूरू में 0, हनुमानगढ़ में 0, श्रीगंगानगर में 0, जोधपुर में 12, बाड़मेर में 0, जैसलमेर में 0, जालोर में 0, पाली में 0, सिरोही 0, कोटा में 14, बारां में 13, बूंदी में 6, झालावाड़ में 3, बांसवाड़ा में 0, चित्तौड़गढ़ में 27, राजसमंद में 3 पक्षियों की मौत हुई है.

राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल और प्रिंसिपल साइंटिस्ट राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल के अनुसार जिन जिलों के सैंपल पूर्व में एवियन इनफ्लुएंजा के लिए जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं. उन जिलों से आगे और सैंपल भेजे जाने की आवश्यकता नहीं है. अन्य जिलों से आवश्यकतानुसार जांच के लिए मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल भेजे जा रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details