जयपुर.राजस्थान विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही हंगामे की भेंट चढ़ गया. उम्मीद के मुताबिक भाजपा सत्ताधारी कांग्रेस को घेरने की कवायद के तहत आज विधानसभा अध्यक्ष के कमरे में पहुंच गई. भाजपा के बड़े नेता यहीं धरने पर बैठ गए. बाद में सदन के भीतर गोवंश के प्रति चिंता जताती तख्तियों के साथ भाजपा विधायकों ने मोर्चा संभाला.
बिना सत्रवासन के दूसरा चरण बुलाए जाने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही हंगामा भी शुरू कर दिया और सरकार पर विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप भी लगाया हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
सदन की कार्यवाही वंदे मातरम गीत से शुरु की गई जिसके बाद भाजपा विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने समझाइश कर विधायकों को शांत करने का प्रयास किया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को बोलने के लिए अनुमति दी. कटारिया ने कहा कि राजस्थान में फरवरी माह के बाद जो कोई घटना हुई उसे विधानसभा के माध्यम से ही विधायक रख सकते हैं और अपनी बात कह सकते हैं. उन्होंने कहा मुझे इस विधानसभा में लंबे समय तक रहने का सौभाग्य मिला लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब बिना सत्रवासन किए सरकार ने मौजूदा सत्र के ही दूसरे चरण को बुला लिया ऐसे में जिन विधायकों केशो प्रश्न पूछे जाने का कोटा पूरा हो गया उन्हें अतिरिक्त प्रश्न पूछने की भी अनुमति नहीं है. इससे विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हुआ है. कुछ देर बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
सख्त हुए स्पीकर:कुछ देर बाद जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू की गई तब भाजपा विधायकों ने सदन में फिर हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बीच स्पीकर सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की हल्की नोकझोंक भी हुई और स्पीकर ने ये तक कह दिया कि कटारिया जी आप पूर्व में मंत्री भी रहे हैं और सदन की परंपराएं अच्छी तरह जानते हैं. यदि आप अध्यक्ष की गरिमा कम करना चाहते हैं तो करिए. इस बीच हंगामा चलता रहा तो स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही जारी रखते हुए प्रपत्र पढ़ना शुरू कर दिया. इसके बाद दिवंगत नेताओं को सदन में शोकाभिव्यक्ति दी गई और सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सुबह स्पीकर के चेंबर में धरना: इससे पहले सोमवार सुबह भाजपा विधायकों ने स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी के चेंबर में पहुंचकर धरना दिया था इस धरने में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत भाजपा के तमाम विधायक मौजूद रहे. ये विधायक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया के साथ सीपी जोशी के चेंबर में नीचे ही बैठ गए. इन विधायकों को जोशी ने समझा कर शांत किया और सदन में जाने का आग्रह किया.
आरएलपी विधायक भी धरने पर: राजस्थान विधानसभा में सदन के भीतर केवल भाजपा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायकों ने भी हंगामा किया. आरएलपी विधायकों ने प्रदेश में लंपी स्किन रोग की रोकथाम में सरकार के विफल रहने का आरोप लगाया और इससे पीड़ित गौवंश को बचाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया.