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Man Singh Birth Anniversary : 21 दिसंबर को आमेर महल में मनाई जाएगी राजा मानसिंह की जयंती...क्या होगा खास ?

आमेर के राजा मानसिंह प्रथम यूं तो मुगल बादशाह अकबर के सेनापति थे, लेकिन देश में बनारस, जगन्नाथ पुरी और वृंदावन के प्रमुख मंदिरों को बनाने का श्रेय उन्हीं को जाता है. इसके अलावा मानसिंह ने ही बनारस, पटना और हरिद्वार में घाटों का भी निर्माण करवाया था. उनके योगदान को याद करते हुए करणी सेना 21 दिसंबर को राजा मानसिंह की 471वीं जयंती (Raja Man Singh 471st Birth Anniversary) मनाने जा रही है.

471st birth anniversary of Raja Mansingh
21 दिसंबर को आमेर महल में मनाई जाएगी राजा मानसिंह की जयंती

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Published : Dec 19, 2021, 5:06 PM IST

Updated : Dec 19, 2021, 5:32 PM IST

जयपुर. आमेर महल का निर्माण कराने वाले राजा मानसिंह (Raja Man Singh) की 471वीं जयंती (Raja Man Singh 471st Birth Anniversary) 21 दिसंबर को उन्हीं के महल में मनाई जाएगी. राजपूत करणी सेना (Rajasthan Rajput Karni Sena) इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. साथ ही ब्लड डोनेशन कैंप भी आयोजित किया जाएगा.

राजपूत करणी सेना के जयपुर संयोजक जितेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि बीते दो साल से करणी सेना इतिहास शुद्धिकरण का काम कर रही है. उन्होंने इतिहास से छेड़छाड़ कर गलत साक्ष्य सामने रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों को पहले का इतिहास पता नहीं है. फिल्म, सीरियल और किताबों में जो दिखाया-पढ़ाया जाता है उसे ही सच मान लिया गया है.

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राजा मानसिंह ने अकबर से संधि नहीं, बल्कि बराबर का राज किया था. उन्हीं की वजह से हजारों बड़े-बड़े हिंदू मंदिर आज बचे हुए हैं और सैकड़ों का पुनर्निर्माण भी राजा मानसिंह ने करवाया था. बनारस हरिद्वार और पटना के घाट तो आज भी मौजूद है.

21 दिसंबर को आमेर महल में मनाई जाएगी राजा मानसिंह की जयंती

वहीं, सांसद दीया कुमारी ने कहा कि राजा मानसिंह की जयंती मनाया जाना एक सराहनीय पहल है. उन्होंने हिंदू धर्म को जिंदा रखा. साथ ही कहा कि राजा मानसिंह ने मंदिरों का जीर्णोद्धार और निर्माण भी करवाया. उनकी याद में राजपूत करणी सेना 471वीं जयंती मनाने जा रही है, जिसमें ब्लड डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया जाएगा.

आपको बता दें कि राजा मानसिंह ने ही अफगानिस्तान में जाकर पठानों को नाको चने चबाने पर मजबूर कर दिया था. जयपुर में फहराने वाला पचरंगा ध्वज काबुल के उन्हीं पठानों पर जीत का प्रतीक है.

Last Updated : Dec 19, 2021, 5:32 PM IST

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