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आम जनता के लिए खुला राज भवन, अब खास के साथ आमजन भी सुन सकेंगे श्रीराम कथा

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Published : Aug 28, 2022, 9:27 AM IST

राजस्थान में राजभवन के द्वार खास लोगों के साथ आम लोगों के लिए भी खोल दिए गए हैं. राज्यपाल कलराज मिश्र की पहल पर चल रही पांच दिवसीय श्रीराम कथा में अब आम लोग भी जा सकेंगे. कथा में शामिल होने के लिए लोगों को करना होगा ये काम.

Raj Bhavan gate opened for common people
आम जनता के लिए खुला राज भवन

जयपुर. राजस्थान राजभवन के द्वार अब खास लोगों के साथ आमजन के लिए भी (Sri Ram Katha In Rajasthan Governor House) खुलेंगे. राज्यपाल कलराज मिश्र की पहल पर राजभवन में शुरू हुई पांच दिवसीय श्रीराम कथा सुनने के लिए केवल वीवीआइपी या खास लोग ही नहीं बल्कि आम जनता भी जा सकेगी. श्रीराम कथा के पहले दिन के आयोजन के बाद आमजन को भी श्रीरामकथा में शामिल होने का आमंत्रण दिया है.

राजभवन में 27 अगस्त शाम 4 बजे से कथा का शुभारंभ हुआ था, जो 31 अगस्त तक चलेगा लेकिन अब इस धार्मिक आयोजन में श्रीराम की महिमा सुनने के लिए आम जनता को भी प्रवेश मिल सकेगा. बस यहां कथा सुनने आने वाले आम लोगों को अपना परिचय पत्र साथ में लाना होगा और सुरक्षाकर्मियों को दिखाना होगा, जिसके बाद उन्हें इस आयोजन में प्रवेश के लिए अनुमति मिल जाएगी.

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गौरतलब है कि राजभवन में प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक संत और कथा वाचक विजय कौशल महाराज राम नाम की महिमा का वाचन कर रहे हैं. राज्यपाल कलराज मिश्र व उनके परिवार के साथ ही कई मंत्री, आला अफसर और प्रबुद्धजन इस आयोजन में शामिल हो रहे है. वहीं अब आमजन भी इस धार्मिक आयोजन में शामिल हो पाएंगे. बतौर राज्यपाल कलराज मिश्र के कार्यकाल में कथा वाचन का राजभवन में यह दूसरा बड़ा आयोजन है. इससे पहले कलराज मिश्र ने श्रीहनुमान कथा का आयोजन करवाया था जिसमें प्रसिद्ध संत और कथा वाचक अनुराग कृष्ण पाठक ने राम भक्त हनुमान की महिमा का वाचन किया था.

अंशुमन सिंह के कार्यकाल में भी हुई थी 'श्रीराम कथा': पूर्व राज्यपाल अंशुमान सिंह के कार्यकाल में राजभवन में पहली बार श्रीराम कथा का आयोजन हुआ था. तब प्रसिद्ध कथा वाचक मोरारी बापू ने 'श्रीराम कथा' का वाचन किया था. हालांकि यह कथा वाचन का आयोजन अकाल पीड़ितों की मदद के लिए किया गया था और उस दौरान जो भी दान-धर्म एकत्रित हुआ था वो अकाल पीड़ितों की सहायतार्थ समर्पित किया गया था.

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