जयपुर. सावन के पहले सोमवार के बाद आखिरी सोमवार को भी इंद्रदेव मेहरबान हुए. छोटी काशी जयपुर में खुद इंद्रदेव ने मानो भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा.
राजधानी में सोमवार को बारिश के बाद भोलेनाथ के भक्तों के चहेरे खिल उठे हैं. साथ ही छोटे शिवालय हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठे. मान्यता है कि सावन के महीने में शिवलिंग की विशेष पूजा-अर्चना के साथ अभिषेक करने करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. ऐसे में सावन के आखिरी 5वें सोमवार को जयपुर में बदरा जमकर बरसे. एक तरह कोरोना महामारी के चलते बड़े शिवालय और मंदिरों के पट बंद हैं लेकिन छोटे मंदिरों में भोलेनाथ का अभिषेक हो रहा है. ऐसे में भगवान भोलेनाथ की आराधना का पवित्र महीना सावन मास सोमवार के दिन की शुरुआत रिमझिम बारिश के साथ हुई. वैसे भी सावन माह प्राकृतिक सौंदर्य और भक्ति के लिए विख्यात है.