जयपुर. प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देश भर में रोजगार संबंधित कार्यों के लिए निवास कर रहे प्रवासियों को उनके गृह राज्य में पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है. जिससे प्रवासी सकुशल अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
उत्तर पश्चिम रेलवे ने इस दौरान 131 श्रमिक स्पेशल रेल सेवाओं का उत्तर पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्थानों से अन्य राज्यों के लिए संचालित किया. रेलवे की ओर से 131 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1.88 लाख से अधिक प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है. रेलवे ने इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, झारखंड, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर, केरल, उड़ीसा और आसाम सहित विभिन्न राज्यों के प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है.
इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे पर 46 श्रमिक स्पेशल रेल सेवाएं अन्य राज्य से आई हैं. जिनमें 55000 से अधिक बाहर रहने वाले राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात, झारखंड, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से प्रवासी श्रमिकों को उत्तर पश्चिम रेलवे पर लाया गया है. रेलवे ने श्रमिक स्पेशल रेल सेवाओं का संचालन कर कोरोना संक्रमण के दौरान देश के विभिन्न स्थानों में रह रहे प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है.
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रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा के मुताबिक श्रमिक स्पेशल रेल सेवा में उन्हीं यात्रियों को यात्रा की अनुमति दी गई थी, जिनको राज्य सरकार ने चिन्हित और स्क्रीनिंग किया था. यात्रा के दौरान यात्रियों को फेस कवर लगाना अनिवार्य रखा गया है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की भी पालना करवाई गई. रेलवे ने यात्रियों को सफर के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने दी. इसके लिए रेलवे की ओर से समुचित व्यवस्थाएं की गई थी. इसके साथ ही रेलवे की ओर से श्रमिकों को रास्ते में भोजन पानी भी उपलब्ध करवाया गया.