जयपुर. यूपीए सरकार को घेरते हुए रिटायर्ड कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 2012 में ककोटकर कमेटी की रिपोर्ट का (Lok Sabha MP Rajyavardhan Rathore talks about railway) हवाला दिया. जिसके अनुसार यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे के बुनियादी ढांचे और रख-रखाव की उपेक्षा की गई.
राज्यवर्धन ने कहा (Rajyavardhan Rathore In LS) कि कांग्रेस हमेशा कहती है कि भाजपा आंकड़ों के साथ खेलती है किन्तु कोरोना के समय जब भारतीय रेल ने साढ़े छह करोड़ श्रमिकों को अपने घरों तक पहुंचाया, हजारों मिलियन मैट्रिक टन ऑक्सीजन अलग-अलग राज्यों तक पहुंचाई ये आंकड़ें नहीं बताए जा रहे हकीकत में ऐसा हुआ है.
कर्नल राज्यवर्धन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि साधारण यात्रियों पर व्यर्थ बोझ न बढ़े और उन्हें बेहतर सेवा मिले इसके लिए नए तरीके निकाले गए. उन्होंने यूपीए सरकार और भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान रेलवे के विकास कार्यों (Railway During UPA Tenure) की तुलना करते हुए बताया कि यूपीए सरकार के दौरान 2013-14 में जब कोरोना नहीं था तब फ्रेट कैरिज लगभग एक हजार मिलियन मैट्रिक टन था. 2021 में और जब पूरी दुनिया का सप्लााई चेन बिगड़ गया था उस समय फ्रेट कैरिज बारह सौ मिलियन मैट्रिक टन मोदी सरकार ने किया.