जयपुर. राहुल गांधी को ईडी के बुलाए जाने के खिलाफ सोमवार को पूरे देश में कांग्रेस पार्टी की ओर से विरोध-प्रदर्शन किया गया. राजस्थान भी इससे अछूता नहीं रहा और सत्ताधारी दल होने के बावजूद जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में गिरफ्तारी दी तो वहीं राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में गहलोत सरकार के ज्यादातर मंत्री पैदल मार्च में शामिल हुए. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार तानाशाही वाली सरकार (Govind Dotasra Targeted Modi Government) बताते हुए राजनीतिक दुर्भावना के तहत किया गया फैसला बताया.
पीसीसी चीफ ने कहा कि जिस राहुल गांधी के पिता और दादी ने देश के लिए शहादत दी, वह केंद्र सरकार से नहीं डरेंगे तो वहीं मंत्री परसादी लाल मीणा और बीडी कल्ला ने कहा कि ऐसा ही 1977 में इंदिरा गांधी के खिलाफ किया गया था और इंदिरा गांधी देश की फिर से प्रधानमंत्री बनीं थीं और अब यही हाल राहुल गांधी के साथ किया जा रहा है. अब कांग्रेस पार्टी फिर खड़ी होगी और इतिहास अपने आपको दोहराएगा. इस दौरान कांग्रेस का पैदल मार्च भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान मुख्यालय के सामने से भी गुजरा. हालांकि, इस दौरान कोई हंगामा नहीं हुआ.
राहुल गांधी को ईडी के बुलाई जाने के खिलाफ सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, पार्ट-1 पैदल मार्च में किसनने क्या कहा ?
गोविंद डोटासरा :प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पैदल मार्च के दौरान कहा कि तानाशाही सरकार (Congress Protest Across the Country) संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है और राजनीतिक दुर्भावना के चलते राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. लेकिन यह कुछ भी कर ले न तो राहुल गांधी डरेंगे और न कांग्रेस डरने वाली है. कांग्रेस सत्य के रास्ते पर चल रही है और इन बेईमानों को सत्ता से बेदखल करेगी.
गोविंद डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस जो प्रदर्शन कर रही है, उसमें चाहे हमारा खून भी बहे तो डर नहीं, क्योंकि यह अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले लोग हैं. इनसे कोई नहीं डरता. हम गांधी को मानते हैं. राजीव गांधी और इंदिरा गांधी ने देश के लिए शहादत दे दी. अघोषित आपातकाल, हिटलर शाही, तानाशाही, दादागिरी और बेईमानी के जरिए केंद्र सरकार बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान हटाना चाहती है. लेकिन यह राहुल गांधी हैं, जिनकी दादी और पिता देश के लिए शहीद हो गए. वह किसी से नहीं डरेंगे. डोटासरा ने कहा कि आतंकवाद खत्म करने की बात करने वाले लोग अब आतंकवादियों जैसा रवैया अपना रहे हैं.
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मंत्री शकुंतला रावत : पैदल मार्च में शामिल मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार चाहती है कि पूरे देश में अराजकता फैले. ये धर्म के नाम पर जो माहौल बना रहे हैं, वह हर कोई देख रहा है. विश्व में शांति के प्रतीक और सबसे बड़े जनतंत्र में आज अराजकता का माहौल केंद्र सरकार ने करवा दिया है, लेकिन भाजपा से कांग्रेस पार्टी समाप्त नहीं होगी, क्योंकि देश को आजादी दिलाने और विकास के पथ पर लाने के साथ ही विश्व पटल में पहचान दिलवाने में कांग्रेस पार्टी और उनके प्रधानमंत्रियों ने जो काम किया वह कोई नहीं कर सकता. इसके साथ ही रावत ने कहा कि जो पहचान विश्व पटल पर भारत की बनाई गई थी उसे बर्बाद करने का प्रयास केंद्र की मोदी सरकार कर रही है. लेकिन राहुल गांधी डरने वाले नहीं हैं.
सालेह मोहम्मद : मंत्री सालेह मोहम्मद ने पैदल मार्च में शामिल होकर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है. यही हाल पिछली बार जब कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ दिल्ली में रैली करनी चाही तो परमिशन नहीं देकर किया था और अब भी यही काम कर रहे हैं. भाजपा महंगाई, बेरोजगारी से ध्यान हटाना चाहती है, क्योंकि राहुल गांधी ही देश में एक नेता हैं जो महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बोलते हैं. इसलिए यह उनकी आवाज को दबाना चाहते हैं.
ममता भूपेश : पैदल मार्च में शामिल मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि देश में दमनकारी नीति चल रही है. जिन संवैधानिक संस्थाओं पर लोगों को यह विश्वास था कि यहां निष्पक्ष काम होगा उन संवैधानिक संस्थाओं की भी हत्या की जा रही है. लेकिन राहुल गांधी ने जिस तरह कहा कि न कभी बेईमानी कि न आगे कभी करूंगा, इसी बात से भाजपा को दिक्कत हुई और राहुल गांधी और सोनिया गांधी को टारगेट किया गया. लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता अंतिम क्षण तक यह लड़ाई लड़ेगा.
राहुल गांधी को ईडी के बुलाई जाने के खिलाफ सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, पार्ट-2 परसादी लाल मीणा : मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि यह केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन है, क्योंकि देश में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. लोगों को संविधान में बोलने की जो शक्ति दी गई है, उसे कम किया जा रहा है. उसके खिलाफ देश की जनता सड़कों पर है. परसादी लाल ने कहा कि देश में वैसे ही हाल बनाए जा रहे हैं, जैसे 1977 में इंदिरा गांधी के खिलाफ हुआ था. अब वैसा ही नतीजा इस सरकार को भी भुगतना पड़ेगा.
मंत्री रमेश मीणा : मंत्री रमेश मीणा ने पैदल मार्च में शामिल होकर कहा कि भाजपा यह प्रयास कर रही है कि कैसे कांग्रेस को डैमेज किया जाए. ईडी का कोई नोटिस भाजपा के खिलाफ क्यों नहीं होता? देश में हिंदू- मुस्लिम को लड़ाया जा रहा है, लेकिन रोजगार और विकास की बात नहीं हो रही. जब-जब भाजपा ने ऐसा किया है, कांग्रेस और मजबूत हुई है. इंदिरा गांधी को भी जेल (National Herald Case) भिजवाया गया था और आज भी यही काम हो रहा है.
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मंत्री बीडी कल्ला : पैदल मार्च में शामिल होने के बाद सभा से पहले मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि आजादी के आंदोलन में जो नेहरू परिवार जेल में रहा और जिसने अरबों के स्वराज भवन और आनंद भवन जैसी संपत्ति देश को समर्पित की, उस परिवार पर नेशनल हेराल्ड के कर्मचारियों को सैलरी देने और सेवानिवृत्ति के लाभ देने पर आरोप लगाए जा रहे हैं और आरोप भी वह जिनका जवाब 8 साल पहले ही दे दिया गया. लेकिन अब राजनीतिक बदले की भावना से 8 साल बाद जिस तरह से गांधी परिवार को डराने का प्रयास हो रहा है, उससे कोई डरने वाला नहीं. बीडी कल्ला ने कहा कि इस परिवार में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने शहादत के रूप में बलिदान दिया और सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री का पद त्याग दिया, उन्हें क्या कोई डराएगा.
मंत्री गोविंद मेघवाल : मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी तानाशाह हैं, देश में अघोषित आपातकाल है. इन्होंने देश के सभी बैंक लूटवा दिए, महंगाई चरम पर है और विकास के रास्ते पूरी तरीके से अवरुद्ध कर दिए गए हैं. अब इन्हीं सभी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार राहुल गांधी पर ईडी की कार्रवाई कर रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करेगी.
जोधपुर में भी प्रदर्शन : जोधपुर में कांग्रेसियों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सांकेतिक गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यालय से युवक कांग्रेस सहित अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ नई सड़क चौराहा तक मार्च निकाला गया. इस दौरान राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी, नगर निगम उत्तर की महापौर कुंती देवड़ा कांग्रेस के दोनों जिला अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी, पार्षद इसमें शामिल हुए.
दिल्ली कूच की तैयारी : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से सोमवार को लगातार दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद मंगलवार को फिर से ईडी की ओर से बुलाए जाने को लेकर कांग्रेस में आक्रोश है. ईडी के विरोध में सोमवार रात सैकड़ों की तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता पीसीसी मुख्यालय में जुटे. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, टीकाराम जूली, विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, बोर्ड निगमों के चेयरमैन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता पीसीसी मुख्यालय पहुंचे, जहां प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बंद कमरे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं-नेताओं के साथ आगामी रणनीति को लेकर चर्चा की है.
बताया जा रहा है कि बैठक में दिल्ली कूच की तैयारी रखने के निर्देश कार्यकर्ताओं को दिए गए हैं. देर रात तक कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता पीसीसी में जुटे रहें. बताया जाता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता कल यानी मंगलवार को सुबह 7:00 बजे से पहले दिल्ली कूच करने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस की ओर से अब भी यह नहीं कहा जा रहा है कि उन्होंने यह निर्देश जारी किए हैं. कारण साफ है कि दिल्ली कूच से पहले इन नेताओं को बीच रास्ते में नहीं रोका जाए, इसके चलते प्रदेश कांग्रेस की ओर से यह रणनीति बनाई गई है कि कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 7:00 बजे से पहले दिल्ली पहुंच जाएं.