जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Birthday) के जन्मदिन पर कांग्रेस विधायक रफीक खान ने उन्हें बधाई देते हुए कटाक्ष किया. बताया कि उनकी वजह से ही आज यूथ कांग्रेस राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस (Unemployment Day By Congress) मना रही है. पीएम को उनके अनगिनत वादे भी याद दिलाए.
बताया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया, लेकिन असल में एक हजार लोगों को भी रोजगार नहीं दिया जा रहा है. विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे रफीक खान मीडिया से मुखातिब थे.
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रफीक खान ने एक-एक कर पीएम के वायदे याद दिलाए. कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार सत्ता में आए थे तो उन्होंने 15 लाख रुपए हर व्यक्ति के खाते में जमा कराने को कहा था. बाद में उनके अध्यक्ष ने इसे जुमला करार दिया. उससे अगली बार मोदी ने हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया, लेकिन एक हजार लोगों को भी रोजगार नहीं मिल पाया. रफीक ने जोर देकर कहा- जब देश का बड़ा आदमी कोई वादा करता है तो उसे जरूर पूरा करना चाहिए.
निजीकरण पर भी बोले विधायक
रफीक खान ने कहा कि जहां केंद्र सरकार रोजगार दे रही है वहां बाहर के लोगों को एंट्री देकर भर्ती किया जा रहा है. एससी एसटी (SC/ST) को भी दरकिनार कर दिया गया है. विधायक बोले केंद्र सरकार निजीकरण की ओर है और इससे एससी एसटी (SC/ST) के लोग रोज़गार की दौड़ से बाहर हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस विभाग ने रिजर्वेशन के तहत एससी एसटी (SC ST) की भर्तियां की है, निजीकरण करने के बाद वह खत्म हो जाएगा.
संविधान के अनुसार जिन एससी एसटी वर्ग को आरक्षण दिया गया है. वो निजीकरण के बाद आरक्षण की दौड़ से बाहर हो जायेंगे. जब एससी-एसटी के लोग बाहर होंगे तो उन्हें कौन रोजगार देगा यह एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है.रफीक खान ने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को बढ़ती हुई बेरोजगारी को लेकर संज्ञान लेना चाहिए, आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो रही है और केंद्र सरकार को इन दोनों ही विषय पर ध्यान देना चाहिए.
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी स्थिति
शनिवार को बीजेपी की ओर से किए जा रहे विधानसभा घेराव को लेकर रफीक खान (Congress MLA Rafiq Khan) ने कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी स्थिति है. भाजपा को विधानसभा (Rajasthan Legislative Assembly) के सदस्यों के साथ खड़े होकर देश में बेरोजगारी को लेकर आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल से रोजगार को लेकर अनदेखी की जा रही है और आम जनता त्रस्त है. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड से आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है और इस को मजबूत करने के लिए कोई प्लानिंग नहीं की जा रही. ऐसी विकट परिस्थिति में भी प्लानिंग कमीशन को भी जीरो किया हुआ है और आर्थिक विशेषज्ञों को प्लानिंग कमीशन से बाहर कर दिया है.
आलाकमान करेगा निर्णय
दिल्ली में कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Makan) की ओर से दिए गए बयान को लेकर रफीक खान ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है उसमें आलाकमान ही निर्णय करेगा और जो निर्णय करेगा उसमें हमारा भी समर्थन होगा.