जयपुर. उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड ने (Udaipur Murder Case) राजस्थान को ही नहीं, बल्कि देश को हिला कर रखा दिया. एक आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी के पाकिस्तान कनेक्शन ने खुफिया एजेंसियों पर सवाल खड़े कर रहा है. लेकिन ऐसा नहीं है कि यही एक घटना है जो इंटेलिजेंस पर सवाल खड़े कर रही है. सवाल उन 110 लापता विदेशी नागरिकों को लेकर भी उठ रहे हैं, जिन्हें लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियां तलाशने में नाकाम रही हैं. लोंग टर्म वीजा पर राजस्थान आए इन 110 विदेशी नागरिकों में सभी पाकिस्तान के हैं. इसलिए बड़ा सवाल यह है कि राजस्थान में अवैध रूप से खुले में घूम रहे यह पाक नागरिक कहीं फिर से देश-प्रदेश की सुरक्षा को लेकर खतरा न बन जाएं.
कन्हैयालाल हत्याकांड का पाकिस्तान कनेक्शन : बता दें कि उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड का पाकिस्तान से कनेक्शन होने की बात सामने आई है. दोनों आरोपियों के मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों में रहने वाले लोगों के नंबर मिले हैं, जिसमें 8 से 10 मोबाइल नंबर ट्रेस किए गए हैं. गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने रियाज और गौस का कराची में ट्रेनिंग लेने का भी दावा किया था. उन्होंने कहा था कि दोनों 2014-15 में पाकिस्तान भी गए हुए थे. दोनों नेपाल के रास्ते हुए पाक पहंचे थे, जहां इन्होंने करांची में करीब 15 दिन की ट्रेनिंग भी ली थी.
अब यह कनेक्शन सामने आते ही सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है. इस बीच बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि जब दो लोग राजस्थान से चोरी छुपे सीमापर कर चले जाते हैं और पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर वापस भी आ जाते हैं और उसके बारे में सुरक्षा एजेंसियों को कोई जानकारी नहीं लगती है. इसी तरह की जानकारी का अभाव पाकिस्तान से राजस्थान आए (Pakistani People in Rajasthan) पाक विस्थापितों को लेकर भी है. जिनके बारे में भी सुरक्षा एजेंसियां यह पता नहीं लगा पा रही हैं कि वह 110 पाक विदेशी नागरिक राजस्थान के कौन से जिले में ठहरे हुए हैं.
सुरक्षा एजेंसियां लापता 110 पाकिस्तानी नागरिकों को ढूंढने में नाकाम : दरअसल, प्रदेश में लॉन्ग टर्म वीजा पर विदेशी नागरिकों की गुमशुदगी ने आंतरिक सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. राजस्थान की गहलोत सरकार प्रदेश में लंबे समय से लापता चल रहे 110 पाक नागरिकों को तलाशने में नाकाम रही है. गारंटर पर शिकंजा कसने के बाद यह पता नहीं लग पा रहा कि आखिर लापता पाक नागरिक कहां पर छुपे हुए हैं. जबकि केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार प्रदेश की गृह विभाग को इन लापता पाक नागरिकों को तलाशने के लिए निर्देश दे रहा है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का खुफिया तंत्र दो साल से ज्यादा के वक्त में भी इन लापता विदेशी नागरिकों को नहीं तलाशा पाया.
देश में 4 लाख, 21 हजार 255 विदेशी नागरिक लापता हैं : केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार दो साल पहले जब सूची जारी की गई थी, उस वक्त पूरे देश में 4 लाख, 21 हजार 255 विदेशी नागरिक लापता थे. ये लोग वीजा पर भारत आए थे, लेकिन अब इनका कोई अता-पता नहीं है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को लापता लोगों को ढूंढने के लिए चिट्ठी लिखी थी. गहलोत सरकार ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद लापता लोगों को ढूंढने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. स्थानीय पुलिस के सहयोग से लगातार सुरक्षा एजेंसियां इन लापता विदेशी नागरिकों को तलाशने की कोशिश कर रही हैं. हालात यह हैं कि जिन लोगों ने इन विदेशी नागरिकों को राजस्थान में आने की गारंटी दी थी, उनको भी सरकार की ओर से नोटिस भेजा जा चुका है. बावजूद इसके, अभी भी 110 पाक विदेशी नागरिकों को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के हाथ खाली हैं.