राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

पटवार सीधी भर्ती परीक्षा को स्थगित किए जाने के सवाल पर घिरे बीडी कल्ला

राजस्थान विधानसभा में पटवार सीधी भर्ती परीक्षा स्थगित करने को लेकर मंत्री बीडी कल्ला घिरते नजर आए. पहले अनिता भदेल ने पटवार भर्ती परीक्षा को निरस्त करने को लेकर जवाब मांगा. वहीं नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 12 दिन पहले ऐसा क्या हुआ कि परीक्षा स्थगित की गई. यहां तक अनिता भदेल ने परीक्षा रद्द करने के पीछे पायलट और राजनीतिक उठापटक के तरफ इशारा किया तो स्पीकर ने सवाल करने से भदेल को रोक दिया.

अनिता भदेल, बीडी कल्ला
राजस्थान विधानसभा में उठा पटवार सीधी भर्ती परीक्षा को लेकर सवाल

By

Published : Mar 19, 2021, 1:56 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 2:05 PM IST

जयपुर. पटवार भर्ती परीक्षा को स्थगित करने के सवाल पर राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को मंत्री बीडी कल्ला घिरते नजर आए. अनिता भदेल ने पूछा कि 6 दिसंबर 2020 को होने वाली कनिष्ठ अभियंता सीधी भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण निरस्त किया गया तो फिर 1 जनवरी, 17 जनवरी और 24 जनवरी को होने वाली पटवार भर्ती परीक्षा को क्यों स्थगित किया गया. इनका आपस में क्या संबंध है. इस पर मंत्री बीडी कल्ला ने जवाब दिया कि प्रशासनिक कारणों के कारण इस परीक्षा को निरस्त किया गया है.

डिपार्टमेंट दोनों परीक्षा का अलग फिर भी एग्जाम कैंसिल करने पर भदेल ने उठाया सवाल

इसपर अनिता भदेल ने कहा कि उत्तर में प्रशासनिक कारण बताए हैं और लिखा है पेपर लीक होने के चलते पटवार भर्ती को और भी सतर्कता से कराने और प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए इस परीक्षा को स्थगित किए जाने का निर्णय लिया गया. जबकि सिविल परीक्षा का डिपार्टमेंट और पटवार भर्ती का डिपार्टमेंट अलग है, प्रश्न पत्र बनाने वाले अलग हैं. पटवार भर्ती रेवेन्यू की भर्ती है. दोनों विभाग अलग-अलग है. दोनों के पेपर सेट करने वाले अलग-अलग हैं. अगर एक पेपर कोई लीक हो जाता है तो क्या उसके आधार पर दूसरा पेपर कैसे कैंसिल किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें.CM गहलोत की धर्मगुरुओं के साथ बैठक आज, धार्मिक स्थलों को लेकर ले सकते हैं बड़ा फैसला

इसपर जवाब देते हुए मंत्री कल्ला ने कहा कि 13 लाख 49 हजार से ऊपर अभ्यर्थियों ने पटवारी परीक्षा के लिए फार्म भरे. इतनी बड़ी परीक्षा में किसी भी प्रकार की गलती ना हो और भविष्य में पेपर लीक न हो, ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए एक कमेटी बनाई गई. मुख्यमंत्री ने द्वितीय चरण की परीक्षाओं की घोषणा बजट में की है. जिसके तहत प्रस्ताव है कि इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी होने पर पहले प्रारंभिक परीक्षा करा ली जाए. फिर जितनी भर्तियां हैं उससे 12 गुना 15 गुना अभ्यर्थियों को पास कर दिया जाए. उनकी मेरिट के आधार पर सलेक्शन करने की बात सोची गई है.

यह भी पढ़ें.MSP पर खरीद गारंटी अधिनियम को लेकर किसान जंतर मंतर पर करेंगे सत्याग्रह, राजस्थान के किसान भी लेंगे भाग

बीडी कल्ला ने कहा कि 2 लोग उस परीक्षा में पकड़े गए हैं, उनके जितने भी गुर्गे हैं. उनको पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है. साथ ही आगे किसी तरीके की समस्या नहीं हो, इसी कारण से परीक्षा को निरस्त किया गया है क्योंकि इसमें 13 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे.. उसमें किसी तरह के का पेपर लीक ना हो और व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त किया जाए. इसीलिए प्रशासनिक कारण से यह परीक्षा निरस्त किया गया.

सचिन पायलट और प्रदेश में हुई राजनीतिक उठापटक के सवाल पर स्पीकर ने भदेल को रोका

इसपर अनिता भदेल ने कहा कि सचिन पायलट और प्रदेश में हुई राजनीतिक उठापटक को परीक्षाओं से जोड़ा तो स्पीकर ने उन्हें बोलने नहीं दिया. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो 12 दिन बाद होने वाली परीक्षा से पहले आपने परीक्षा स्थगित करने का निर्णय कैसे ले लिया बिना किसी आधार बिना किसी सूचना के क्यों परीक्षा रोकी गई? हम केवल पटवारी परीक्षा की बात कर रहे हैं कि जो 10, 17 ओर 24 जनवरी को होनी थी लेकिन 12 दिन पहले ऐसा क्या चमत्कार हुआ कि इन परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा.

इस पर मंत्री बीडी कल्ला ने सदन में बताया कि पटवार परीक्षा के लिए जो पेपर छपे थे, वह प्रेस वहीं थी, जहां कनिष्ठ अभियंता संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर छपे थे. वहीं पेपर लाने के लिए इस्तेमाल होने वाला ट्रांसपोर्ट भी वहीं था. ऐसे में पूरी संभावना थी कि पेपर आउट हो सकता है. इसलिए उचित समझा गया कि इतनी बड़ी परीक्षा में पेपर फिर लीक न हो और सारी व्यवस्था चाक-चौबंद करके ही करवाया जाए. इसलिए प्रशासनिक आधार पर इसे कैंसिल किया गया.

Last Updated : Mar 19, 2021, 2:05 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details