जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान बूंदी की जैत सागर झील की सफाई को लेकर सवाल लगा. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब देते हुए कहा कि पिछले 5 साल में इस झील के विकास और सुधार के लिए कोई बजट आवंटित नहीं हुआ है. वन विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद ही नगर परिषद की ओर से कमल गट्टों की सफाई का विचार किया जा सकता है.
मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जिला स्तरीय समिति से प्रस्ताव प्राप्त होने पर राष्ट्रीय झील संरक्षण योजना में सम्मिलित करवाने पर विचार हो सकता है. झील वाइल्डलाइफ वालों की है और सफाई की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है. नगर परिषद से प्रस्ताव आता है तो जल संरक्षण बोर्ड सफाई का विचार कर सकता है. वही इंदिरा गांधी नहर परियोजना के क्षतिग्रस्त खाल की मरम्मत से जुड़े सवाल पर मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि इस संबंध में कोई प्रस्ताव अभी विचाराधीन नहीं है.
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वहीं कोचिंग सेंटरों की ओर से ऑफलाइन कक्षा प्रारंभ नहीं करने पर शुल्क लौटाने से जुड़े सवाल के जवाब में मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि शुल्क लौटाने से संबंधित कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. कोचिंग सेंटरों के लिए नियामक प्राधिकरण गठन प्रक्रियाधीन है. कोचिंग संस्थान निजी संस्थान है, जो शिकायतें आती हैं. उनके संदर्भ में समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जन घोषणापत्र में भी नियामक प्राधिकरण की घोषणा की थी. उस संबंध में कार्रवाई विचाराधीन है.
प्रदेश में राजीव फंड के गठन से जुड़ा सवाल उठा. जिसपर मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि बजट 2020-2021 में इसकी घोषणा की गई थी. 75 करोड़ के राजीव फंड की स्थापना की गई थी. इसके लिए दो सीए फर्म को काम दिया गया है. इस फर्म की रिपोर्ट स्टेट लेवल कमेटी को जाएगी. इसके बाद मुख्यमंत्री अप्रूव करेंगे और यह राजीव फंड विधिवत रूप से शुरू हो जाएगा. वहीं जयपुर के उद्यानों में पौधारोपण के रखरखाव से जुड़े सवाल पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि तैयारी सजार 700 पौधों का वितरण जेडीए के क्षेत्राधिकार में किया गया है और किशन बाग अभी चालू है.