जयपुर.विधानसभा में प्रश्नकाल काल (Question Hour in Assembly) में कई बार सवालों के जवाब देने में मंत्री उलझते नजर आए. इसके अलावा कई नए विधायकों को भी प्रश्न पूछने में दिक्कत हुई. वे तर्कसंगत प्रश्न नहीं पूछ पा रहे थे तो खुद स्पीकर ने मसला पूछकर मंत्रियों से उनकी तरफ से प्रश्न पूछा. सदन में इसे लेकर चर्चा भी हुई.
आज इंदिरा गांधी नहर से रबी फसल को सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति से जुड़े सवाल के जवाब में मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने जवाब देते हुए कहा कि किसानों को नुकसान होने की संभावना नहीं है, क्योंकि किसानों से चार बार पानी देने का समझौता हुआ था और उनको 6 बार पानी दिया गया. इसपर स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने पूछा कि किसान को यह जानकारी होनी चाहिए कि कितना पानी उपलब्ध है ताकि उसी अनुसार किसान बिजाई करें. क्या विभाग इस तरह की कोई व्यवस्था करेगा? इस पर मंत्री मालवीय ने आश्वासन दिया कि आगे से किसानों को इस बात की जानकारी दी जाएगी.
पहले मंत्री सालेह मोहम्मद और फिर भंवर सिंह भाटी उलझे सवालों में
विधानसभा में आज नगर विधानसभा क्षेत्र में मदरसों को अनुदान से जुड़े सवाल पर दिए गए अधूरे जवाब पर विधायक ने आपत्ति जताई और उसके बाद स्पीकर सीपी जोशी ने भी जवाब पूरा देने को कहा. जवाब में मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि 2021-22 में अभी तक 17 करोड़ की राशि जारी हो चुकी है. विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान आज रायसिंह नगर विधानसभा क्षेत्र में लंबित विद्युत कनेक्शनों से जुड़े सवाल के जवाब में मंत्री भंवर सिंह भाटी भी घिर गए. पहले नेता प्रतिपक्ष और फिर स्पीकर सीपी जोशी के सवाल का उचित जवाब मंत्री भंवर सिंह भाटी नहीं दे पाए.