जयपुर. पुड्डुचेरी में सरकार गिरने पर सीएम गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विधायकों को प्रलोभन देकर इस्तीफा दिलवाना भाजपा का गलत तरीके से सत्ता हथियाने का नया तरीका है. भाजपा इन तौर तरीकों से लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है, लेकिन लोग इनकी चालों को समझ चुके हैं.
पढ़ें- पुडुचेरी में नारायणसामी सरकार धड़ाम
पुड्डुचेरी में सरकार गिरने के बाद राजनीतिक बयानबाजी के साथ आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है. सीएम गहलोत ने कहा कि अनैतिक तरीके से कांग्रेस सरकार गिराकर बीजेपी ने दिखाया है कि वे सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. पहले वहां उप राज्यपाल के माध्यम से शासन चलाने में परेशानियां पैदा की और अब धनबल से सरकार गिरा दी.
भाजपा का सत्ता हथियाने का नया तरीका
सीएम गहलोत ने कहा कि पहले कर्नाटक फिर मध्य प्रदेश और अब पुड्डुचेरी में विधायकों को प्रलोभन देकर इस्तीफा दिलवाना भाजपा का गलत तरीके से सत्ता हथियाने का नया तरीका है. उन्होंने राजस्थान में भी अनैतिक तरीकों से सत्ता हथियाने का प्रयास किया, जिसका यहां की जनता ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. भाजपा इन तौर तरीकों से लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है. लोग इनकी चालों को समझ चुके हैं. आने वाले चुनावों में पुड्डुचेरी की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी.
कांग्रेस नहीं साबित कर पाई बहुमत
बता दें कि पुड्डुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाई. पिछले दिनों चार विधायकों ने इस्तीफा दिया था अब कांग्रेस के एक और विधायक लक्ष्मीनारायण के इस्तीफे के साथ ही कुल संख्या पांच पहुंच गई है. वहीं, गठबंधन वाली डीएमके के विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस के विधायक के लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं. लक्ष्मीनारायणन और वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोलुंधु को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा है.