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जनप्रतिनिधियों के बंगले पर No Mask No Entry...मिलेंगे उन्हीं से जिन्होंने लगाया है मास्क - जयपुर में मंत्री द्वारा No Mask No Entry की पालना

जयपुर में मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों के सरकारी आवास के मुख्य द्वार पर No Mask No Entry के स्टीकर नजर आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए जनप्रतिनिधि अब उन्हीं से मिलेंगे, जिन्होंने मास्क लगाया होगा. इसकी कड़ाई से पालना करवाई जा रही है.

No Mask No Entry , जयपुर न्यूज
मंत्री कर रहें No Mask No Entry की पालना

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Published : Oct 8, 2020, 12:36 PM IST

जयपुर. अब जनप्रतिनिधियों ने अपने निवास स्थान पर मिलने के लिए आने वाले लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. मास्क पहनने पर ही ये जनप्रतिनिधि मिलने आने वालों से मुलाकात करेंगे और उनकी शिकायत भी सुनेंगे.

मंत्री करवा रहे No Mask No Entry की पालना

जयपुर के सिविल लाइंस स्थित मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों के सरकारी आवास के मुख्य द्वार पर इस प्रकार के स्टीकर चस्पा किए गए हैं. यहां तैनात कर्मचारी इस की सख्ती से पालना भी करवा रहे हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने सिविल लाइंस क्षेत्र पहुंच कर इसकी जानकारी ली तो सामने आया कि मंत्रियों के मुख्य द्वार पर लगे ये स्टिकर प्रशासन की ओर से लगाए गए हैं, लेकिन हर जनप्रतिनिधि इसकी पालना सुनिश्चित करवा रहा है.

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सिविल लाइंस में ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का भी बंगला है. जिसके मुख्य द्वार पर स्टीकर और सूचना चस्पा की गई है. साथ ही यहां तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी इस बारे में निर्देशित किया गया है कि आवास परिसर में उन्हें ही प्रवेश दें, जिन्होंने मुंह पर मास्क लगा रखा है. साथ ही मुख्य द्वार पर हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर की भी व्यवस्था है.

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प्रदेश सरकार भी कोरोना के लिए राजस्थान में कोरोना जागरूकता अभियान चला रही है. इसी के तहत अब कोरोना से जुड़ी सरकारी एडवाइजरी की सख्ती से पालना करवाई जा रही है. हालांकि, ये बात और है कि राजनीतिक कार्यक्रमों में ही सबसे ज्यादा कोरोना से जुड़ी एडवाइजरी की धज्जियां उड़ती देखी जाती है. फिर चाहे हाल ही में दिया गया कांग्रेस नेता, कार्यकर्ताओं का धरना हो या फिर बीजेपी का हल्ला बोल कार्यक्रम, लेकिन जब बात अपने घर की हो तो सुरक्षा से यह जनप्रतिनिधि कोई समझौता नहीं करते और सिविल लाइंस स्थित मंत्री और जनप्रतिनिधियों के सरकारी बंगले इसका ताजा उदाहरण है.

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