जयपुर. कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली (Congress Mehangai Hatao Rally) में शामिल होने आए कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अपनी गाड़ियां स्टेडियम के आसपास मौजूद घरों के बाहर मेन गेट और खाली प्लॉट तक पर लगा दी. जिससे स्थानीय लोग घरों में ही कैद हो गए. इतना ही नहीं, जो लोग किसी काम से घर से बाहर निकले उन्हें भी लौटने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. लोगों ने ये सवाल भी उठाया कि क्या इस रैली के बाद भी विद्याधर नगर क्षेत्र को इसी तरह नियमित चमकाया जाएगा.
ईटीवी भारत ने विद्याधर नगर स्टेडियम के आसपास स्थित कॉलोनियों का जायजा लिया. जहां लोगों में महंगाई से ज्यादा महंगाई हटाओ रैली को लेकर आक्रोश (Public outrage after Congress rally in jaipur) दिखा. स्थानीय लोगों ने बताया कि बीते 1 महीने से कांग्रेस की इस रैली की तैयारी चल रही थी, रोड निर्माण हुआ, नियमित सफाई हुई, पेड़-पौधों की कटाई-छटाई हुई. लेकिन ये काम सिर्फ कांग्रेस आलाकमान को दिखाने के लिए हुआ.
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रैली के बाद ये स्थिति नहीं रहने वाली. आलम ये है कि आसपास हर घर के मुख्य द्वार तक पर रैली में शामिल होने आए लोगों ने गाड़ियां पार्क कर दी. जिससे लोग घर से बाहर भी नहीं निकल पाए. वहीं कुछ लोगों ने बताया कि किसी काम से घर से बाहर निकले तो जगह-जगह रोक कर पूछताछ की गई. यहां तक कि मुख्य मार्ग से अपने घर तक आने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी.
स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि क्षेत्र में जो सफाई व्यवस्था को लेकर बदलाव आया, वो महज रैली तक सीमित है. वहीं स्थानीय पार्षद दिनेश कावट ने कहा कि इस तरह की रैलियां आवासीय क्षेत्रों के इतर शहर के बाहर होनी चाहिए. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को ही कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस महंगाई हटाओ रैली उस राज्य में की, जहां सबसे ज्यादा महंगाई है. राजस्थान में ही सबसे ज्यादा बिजली महंगी है. दूसरे राज्यों की तुलना में पेट्रोल-डीजल के दाम अधिक हैं.
स्थानीय लोगों ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल अपने आकाओं को खुश करने के लिए इस स्थान को चुना. यहां साज सज्जा की. पार्षद जिन कार्यों के लिए फाइल लेकर चक्कर लगाते रहते हैं, ऐसे कई काम हो गए. यहां तक कि क्षेत्र से आवारा पशु भी गायब हो गए. लोगों ने अपील की कि निगम के वही अधिकारी हैं, वही कर्मचारी हैं, तो ये व्यवस्था नियमित क्यों नहीं रह सकती.