जयपुर. बीजेपी (Rajasthan BJP) ने एक बार फिर प्रदेश सरकार से मौजूदा विधानसभा सत्र का सत्रावसान करके ही अगला सत्र बुलाए जाने की मांग की है. छबड़ा विधायक और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि परंपरा रही है कि सत्र समाप्त हो जाने के बाद या कार्य सलाहकार समिति में जो तय होता था, उसके बाद सत्रावसान हो जाता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.
पड़ेगा अतिरिक्त वित्तीय भार
सिंघवी ने कहा कि विधान सभा का सत्रावसान नहीं करने से एक तो विधान सभा पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा क्योंकि सत्र चालू है. सभी सदस्यों को भत्ता देना पड़ेगा. साथ ही प्रत्येक विधायक की ओर से 10 तारांकित और 20 अतारांकित प्रश्न लगाने का अधिकार समाप्त हो जाएगा.
यह भी पढ़ें.वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव में छिड़ी सियासत: प्रीति शक्तावत को टिकट देने के विरोध में उतरे देवेंद्र शक्तावत
राजस्थान विधानसभा में 200 सदस्य हैं. इस प्रकार 2000 तारांकित और 4000 अतारांकित प्रश्न लगते तो सरकार के सामने राजस्थान की जनता की दु:ख, तकलीफ और ब्यूरोक्रेसी की मनमानी सामने आती तो कितना अच्छा रहता. सिंघवी ने कहा कि विधानसभा के चालू सत्र का सत्रावसान करके अल्प सूचना पर सत्र बुलाया जाना उचित होता.