जयपुर. राजस्थान में बुधवार इस राजस्थान कैनाल परियोजना को लेकर (Congress Meeting on ERCP) जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. वहीं, राजस्थान के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि मेरे जैसे कई नेता सोचते हैं कि हम भी राजस्थान में राजनीति कर लें, लेकिन यह आसान नहीं है. क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तकदीर के बादशाह हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि जिसकी तकदीर ऊपर वाले ने लिख दी उसकी हमेशा पौ-बारह ही रहती है. उसको कुछ नहीं हो सकता, जिसके साथ 'त्रिलोकीनाथ' चलें.
खाचरियावास ने कहा कि महाराष्ट्र में जब राजनीतिक हंगामा हो गया तो मेरे भी एक दोस्त ने कहा कि आपके यहां भी धमाका होगा. लेकिन मैंने उसको साफ कह दिया कि हमारे यहां तो धमाका पहले ही होते-होते रह गया, लेकिन अब कोई चिंता न करे. राजस्थान में गहलोत के रहते (Khachariyawas on Gehlot) ऐसा नहीं हो सकता. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए यहां तक कह दिया कि हमेशा शांत रहने वाले मुख्यमंत्री को हमने सरकार बचाते हुए दूसरे रूप में भी देखा है.
मेरी फोटो नहीं आई, कटारिया की आ गई : उदयपुर की घटना को लेकर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा है कि आरोपी बीजेपी से जुड़े हैं. मैं खुद भी उदयपुर का प्रभारी रहा और जब यह घटना हुई तो मुझे भी लगा कि कहीं किसी ने मेरे प्रभारी रहते हुए मेरे साथ फोटो तो नहीं खिंचवा ली है. क्योंकि लोग ऐसे फोटो खिंचवा लेते हैं, लेकिन मेरी फोटो तो नहीं आई और गुलाबचंद कटारिया की फोटो आ गई. जबकि रोडमास्टर मैं हूं और सड़कों पर मैं घूमता हूं. इसका मतलब साफ है कि यह भाजपा से ही जुड़े हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि मैं जब से निक्कर पहनता हूं तब से कटारिया को देख रहा हूं. उनका सम्मान भी करता हूं. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि आज गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अगर मुझे दोषी मानते हैं तो मुझे जेल भिजवा दें, लेकिन हम क्यों उन्हें जेल भिजवाएं. वैसे भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं, कटारिया जेल में जा भी रहे होंगे तो भी मुख्यमंत्री उन्हें जेल नहीं जाने देंगे.