जयपुर.राहुल गांधी के हिंदू और हिंदुत्ववादी बयान पर छिड़ी सियासी बहस में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास भी कूद पड़े हैं. राहुल गांधी के बयान के बाद बीजेपी ने इस बयान को देश की आत्मा, आध्यात्मिक शक्ति और संस्कृति को विभाजित करने का प्रयास बताया. इस पर पलटवार करते हुए खाचरियावास (khachariyawas defends Rahul Gandhi) ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस धर्म के ठेकेदार नहीं हैं, इन्होंने हमेशा धर्म का गलत उपयोग किया है. राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की सोच को सामने रखा है, जिससे बीजेपी डरती है.
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास मंगलवार को सी स्कीम में वार्ड 49 के पार्षद कार्यालय का उद्घाटन (Khachariyawas inaugurated Councilor office) करने पहुंचे. यहां पहले मंच से और उसके बाद पत्रकारों से मुखातिब होते हुए खाचरियावास ने कहा कि राहुल गांधी ने साफ कहा कि हिंदू वो जो प्यार और प्रेम की भाषा बोले, जो नफरत न करें, प्यासे को पानी पिलाए, भूखे को रोटी खिलाए, जो धर्म के नाम पर किसी से नफरत न करे. राहुल गांधी ने तो महात्मा गांधी की सोच को सामने रखा है. बीजेपी वाले किसी को कुछ देते नहीं सिर्फ लेते ही लेते हैं. वर्टिकल डिवीजन कर वोट लेना चाहते हैं, वो डिवीजन बंद हो गया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग धर्म के ठेकेदार नहीं हैं. इन्होंने धर्म का गलत उपयोग किया है. धर्म वो है जो किसी का भला करें, धर्म वो है जो प्यार और प्रेम की भाषा सिखाए, धर्म वो है जो इंसानियत की रक्षा करे. यही बात राहुल गांधी ने कही. इस सोच से बीजेपी डरती है. इसलिए राहुल गांधी पर सवाल खड़े कर रही है. लेकिन जिस तरह किसान आंदोलन में प्रधानमंत्री जी को माफी मांगनी पड़ी, महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी को माफी मांगनी पड़ेगी. तब देश इनको माफ नहीं करेगा.