जयपुर.राजस्थान में राजनीतिक पारा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसी बीच ईटीवी भारत के साथ पायलट कैंप में शामिल रहे प्रशांत बैरवा ने बातचीत की जिसमें उन्होंने कहा कि हमने पायलट से बहुत कुछ सीखा है. पार्टी को उन्हें मनाने का प्रयास करना चाहिए. रात को सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी हो सकता है, और उसके जरिए यह कहा जा सकता है कि जो विधायक कल विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होगा, वह पार्टी का अनुशासन भंग करेगा.
राजस्थान में सियासी उठापटक अपने चरम पर है जहां एक और सचिन पायलट ने यह साफ कर दिया है कि वह सोमवार को सुबह साढे दस बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में नहीं आएंगे, क्योंकि अशोक गहलोत की सरकार अल्पमत में है. ऐसे में सियासी हलचल राजस्थान में तेज हो गई है. सोमवार सुबह विधायक दल की बैठक होनी है. जिसमें सभी विधायकों और मंत्रियों को बुलाया गया है.
पढ़ें:सचिन पायलट के आधिकारिक WhatsApp ग्रुप पर मैसेज, गहलोत सरकार अल्पमत में, विधायक दल की बैठक में नहीं लेंगे भाग
विधायकों की बैठक में जाकर आए विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि मैं सचिन पायलट की आज भी रिस्पेक्ट करता हूं. जब हम पहली बार जीते थे तो उन्हीं से सीख रहे थे. आगे ऐसा हो जाएगा हमें मालूम नहीं था. सचिन पायलट पीसीसी चीफ भी रहे हमको उनके साथ काम करने का मौका मिला. उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. अब आलाकमान यहां आया हुआ है कुछ ना कुछ तो करेंगे. अगर पार्टी चाहेगी तो उनकी नाराजगी जरूर दूर की जा सकती है. पार्टी को ध्यान देना चाहिए, अगर कोई नाराजगी है तो हम उनको नाराज नहीं कर सकते हैं ना ही खो सकते हैं.
पढ़ें:30 नहीं 3 विधायक हैं पायलट के साथ: राजेंद्र गुढ़ा
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव का मौका आया तो पार्टी के साथ जाएंगे. बैरवा ने यह भी कहा कि सचिन पायलट ने 30 विधायकों का दावा है. लेकिन उन्हें नहीं लगता है कि उनके साथ 30 विधायक हैं. वहीं विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने भी कहा कि कांग्रेस के पास बहुमत है और अभी सचिन पायलट का आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है. ऐसे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा.
आपको बता दें कि सोमवार सुबह 10:30 बजे विधायक दल की बैठक होगी. विधायक दल की बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अविनाश पांडे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई मंत्री भी मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद हैं. कहा जा रहा है कि रात को सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी हो सकता है, और उसके जरिए यह कहा जा सकता है कि जो विधायक कल विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होगा, वह पार्टी का अनुशासन भंग करेगा. ऐसे में कार्रवाई का आधार भी सचिन पायलट पर यही बन सकता है हालांकि अभी प्रयास सचिन पायलट को मनाने का प्रयास चल रहा है.