जयपुर.मानसून की प्रदेश से लगभग विदाई हो चुकी है और दीपावली से पूर्व होने वाली बिजली की मेंटेनेंस का काम भी डिस्कॉम ने शुरू करवा दिया है. साथ ही जयपुर में मेंटेनेंस के काम के लिए शहर में अलग-अलग इलाकों में 3 से 5 घंटे तक के लिए पावर काटा जा रहा है. वहीं अब इस बिजली की कटौती ने कोरोना महामारी की चपेट में आए मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है.
पावर कट से हो रही कोरोना संक्रमित मरीजों को परेशानी दरअसल जयपुर शहर में अब इस महामारी की चपेट में आए अधिकतर मरीज होम क्वॉरेंटाइन हैं. ऐसे में दिन में बिजली की कटौती से इन मरीजों की स्थिति और अधिक बेहाल होती जा रही है. साथ ही केवल संक्रमित मरीज ही नहीं बल्कि इनके संपर्क में आए वे लोग जो सुरक्षा की दृष्टि से होम क्वॉरेंटाइन हैं उन्हें भी इस मौसम में पसीने छूट रहे हैं.
हालांकि जयपुर डिस्कॉम सिटी सर्किल से जुड़े अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत का कहना है की पावर कट सुबह 9 बजे से लेकर करीब 12 बजे के बीच में ही करने का प्रयास होता है. ताकि दोपहर की गर्मी में लोगों को ज्यादा परेशानी ना हो लेकिन ऐसे कई इलाके हैं जहां दोपहर 12 बजे के बाद भी लंबा पावर कट चल रहा है.
पढ़ें:कोरोना जागरूकता को लेकर सीएम गहलोत ने जन आंदोलन चलाने का लिया निर्णय
शहर में मेंटेनेंस का ठेका 30 करोड़ में..
इस बार जयपुर में बिजली से जुड़ा मेंटेनेंस का काम का ठेका 30 करोड़ में गया है जबकि विगत वर्षों में ही ठेका करीब 50 करोड़ में जाता था. हालांकि कम राशि में किए गए इस ठेके से डिस्कॉम को फायदा ही हुआ है और समुचित मॉनिटरिंग होने पर मेंटेनेंस का काम भी सही और व्यवस्थित तरीके से हो पाएगा. इससे जुड़े अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेंटेनेंस का काम तीव्र गति से करवाया जा रहा है. ताकि पावर कट से उपभोक्ताओं को ज्यादा समय तक दो-चार नहीं होना पड़े.
पढ़ें:कोटा: कोरोना काल में हॉस्टल हुआ बंद, आर्थिक तंगी के चलते संचालक ने दी जान
दीपावली के 1 सप्ताह पहले तक मेंटेनेंस का काम पूरा करने का लक्ष्य...
जयपुर डिस्कॉम सिटी सर्किल अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत के अनुसार डिस्कॉम का प्रयास रहेगा कि दीपावली से एक पखवाड़े पहले तक यह काम निपटा लिया जाएगा. फिर भी यदि थोड़ा बहुत समय और लगा तो दीपोत्सव पर्व से 1 सप्ताह पहले तक मेंटेनेंस का सभी काम पूर्ण कर लिया जाएगा. ताकि दीपावली के दौरान निर्बाध रूप से उपभोक्ताओं को विद्युत मिल सके.