जयपुर. फोन टैपिंग मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच की ओर से मुख्य सचेतक महेश जोशी को मिले नोटिस से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. इस मामले में गुरुवार को पीसीसी के बाहर लगे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के भगौड़े से जुड़े नारों पर अब भाजपा भड़क गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के नेता इस प्रकार के नारे लगाकर अपना फ्रस्ट्रेशन जाहिर कर रहे हैं.
'2023 के बाद जिंदाबाद के नारे लगाने का मौका कांग्रेस को नहीं मिलेगा'
सतीश पूनिया ने कहा कि ऐसे भी अब कांग्रेस को विपक्ष में रहने का अभ्यास करना ही है, क्योंकि साल 2023 के बाद जिंदाबाद के नारे लगाने का अवसर कांग्रेस के नेताओं को कभी नहीं मिलेगा और राहुल गांधी के नेतृत्व में वर्षों तक उन्हें विपक्ष की भूमिका निभाकर इसी प्रकार के नारे लगाना है. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में हमेशा से सद्भाव की राजनीति की परंपरा रही है. सड़क से लेकर सदन तक वैचारिक संघर्ष जरूर होता है, लेकिन अब जिस प्रकार कांग्रेस सरकार ने विद्वेष और प्रतिशोध की राजनीति की शुरुआत की है उसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है.
'कांग्रेस की भूमिका भगौड़े की रही'
पूनिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है. कांग्रेस नेता महेश जोशी, गजेंद्र सिंह शेखावत को भगौड़ा बता रहे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी अपने जमाने से ही भगौड़ा रही है, क्योंकि जब भी देश में संघर्ष का समय आया, तब कांग्रेस की भूमिका भगौड़े की ही रही.