जयपुर. अब प्रदेश में सरकार बदल चुकी है, लिहाजा प्रदेश की गहलोत सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल रिंग रोड की इस बदहाली के लिए इशारों इशारों में पिछली सरकार को कोसते हुए इसका सारा ठीकरा नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एनएचएआई पर फोड़ रहे हैं. शांति धारीवाल के अनुसार इस संबंध में सरकार एनएचएआई को कहेगी कि वह रिंग रोड को जल्द जल्द दुरस्त करें.
जयपुर : अब रिंग रोड की बदहाली पर शुरू हुई सियासत, मंत्री ने कहा एनएचएआई की खुल गई पोल - jaipur
पिछली सरकार के कार्यकाल में जयपुर में बनी रिंग रोड इस साल की पहली ही बरसात में छलनी हो गई. जिसपर जमकर सियासत शुरू हो चुकी हैं. क्योंकि रिंग रोड का काम और लोकार्पण पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुआ. लिहाजा नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने इसका पूरा ठीकरा पिछली भाजपा सरकार के साथ ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के माथे फोड़ दिया है.
बता दें कि रिंग रोड का निर्माण पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुआ है. लिहाजा प्रदेश में विपक्ष में बैठे भाजपा के विधायक और नेता इस बारे में मौजूदा सरकार के ऊपर किसी भी तरह के आरोप लगाने से बच रही हैं और मामला और आगे न बढ़े इसके लिये जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने तो एनएचएआई के प्रबंधक को फोन के जरिए क्षतिग्रस्त रिंग रोड सुधारने के निर्देश तक दे दिए और साथ ही रोड क्षतिग्रस्त के बारे में पत्र के जरिए उन्हें आगाह भी कर दिया. पूर्व महापौर और मौजूदा भाजपा विधायक अशोक लाहोटी अब सरकार से बस यही मांग कर रहे हैं कि रिंग रोड जल्द से जल्द दुरुस्त की जाए ताकि वहां अन्य दुर्घटना ना हो.
गौरतलब है कि अजमेर - आगरा रोड तक 47 किलोमीटर रिंग रोड की सड़क का करीब 20 किलोमीटर का हिस्सा बारिश में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. इस हिस्से पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और अब नुकसान वाले हिस्से पर फिर से करोड़ों रुपए खर्च करके इस को दुरुस्त करना पड़ेगा. वहीं आपको बता दें कि इस पूरे प्रोजेक्ट पर 850 करोड़ रुपए का काम हुआ है.