जयपुर.राजस्थान विधानसभा के भीतर सोमवार से विधायक, पूर्व विधायक और उनके परिजनों को कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू हुआ, जो मंगलवार को भी यथावत जारी रहा. मंत्रियों के साथ कई विधायकों ने मंगलवार को कोरोना का टीका लगवाया, लेकिन विधानसभा के बाहर अब कोरोना का टीकाकरण का काम प्रभावित होना तय है. इसका कारण है कि केंद्र की ओर से पर्याप्त मात्रा में राजस्थान को वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराना.
नहीं बची कोरोना वैक्सीन, केंद्र से की मांग तो कहा वैक्सीनेशन कार्य की गति करें धीमी: रघु शर्मा
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा कहते हैं कि अब हमारे पास वैक्सीन नहीं बची. शर्मा को मौजूदा स्थिति की जानकारी पहले से थी इसलिए 5 मार्च को शर्मा ने नीति आयोग और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात भी की और पत्राचार भी किया. वहीं, मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में केंद्र को पत्र लिखा तब कहीं जाकर जयपुर में 82 हजार और उदयपुर में 57 हजार कोरोना वैक्सीन भेजी गई.
अब जिस प्रदेश में दो से ढाई लाख व्यक्तियों को प्रतिदिन वैक्सीन लगाई जा रही हो वहां ये संख्या ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा कहते हैं कि हमारे पास वैक्सीन रखने की पर्याप्त व्यवस्था है और टीकाकरण करने के लिए बेहतरीन स्टाफ भी, लेकिन नहीं है तो केवल कोरोना वैक्सीन. शर्मा ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से 60 लाख वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की है, लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि राजस्थान में वैक्सीनेशन कार्य की गति को स्लो करें.
केंद्र में भाजपा की सरकार है और राजस्थान में कांग्रेस की, लिहाजा कोरोना वैक्सीन की कमी हुई तो मुद्दा सियासी हो गया. यही कारण है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने भी इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार पर जुबानी हमला कर दिया. डोटासरा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिकों के बीच जाकर फोटो सेशन कर अपनी ब्रांडिंग का काम तो बखूबी करते हैं, लेकिन राजस्थान में कोरोना वैक्सीन भेजने पर उनका ध्यान नहीं है.