जयपुर. राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया एक बार फिर अपने बयानों के चलते (Kataria Controversial Statement) विवाद में आ गए हैं. पिछली बार महाराणा प्रताप को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद इस बार नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया भगवान राम की पत्नी सीता पर कहे अपने शब्दों के चलते कांग्रेस के निशाने पर हैं. कटारिया के बयान पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया के बयान से साबित हो गया कि भाजपा और गुलाब चंद कटारिया राम भक्त नहीं, रावण भक्त हैं.
खाचरियावास ने आगे कहा कि जिन शब्दों का प्रयोग उन्होंने किया है, वह माफी योग्य नहीं है. प्रताप सिंह ने गुलाब चंद कटारिया को अपने बयानों पर (Minister Khachariyawas Targeted Kataria) माफी मांगने के लिए धार्मिक अनुष्ठान करने का सुझाव देते हुए कहा कि आपको अपने बयान को लेकर धार्मिक रूप से अनुष्ठान करना चाहिए, ताकि आपने जो पाप किया है वह धूल सके और भगवान राम के कहर से आप इस उम्र में बच सकें. प्रताप सिंह ने कहा कि जिस तरह से कटारिया ने रावण भक्ति को लेकर रावण की तारीफ की है, उससे साफ है कि वह राम भक्त नहीं रावण भक्त हैं.
उन्होंने कहा कि कटारिया ने अपने बयान में यह कहा है कि रावण ने माता सीता का अपहरण किया, लेकिन कोई गलत काम नहीं किया. इससे बड़ा पाप कटारिया कुछ कर नहीं सकते थे. कटारिया ने कहा कि इन्हीं नेता प्रतिपक्ष ने पहले महाराणा प्रताप को लेकर अनर्गल बयान दिए थे और अब भगवान राम की पत्नी माता सीता को लेकर ऐसे बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा भगवान राम का केवल वोट और सत्ता के लिए इस्तेमाल करती है. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि माता सीता खुद एक देवी अवतार थीं और भगवान राम की पत्नी थीं. ऐसे में अगर रावण सीता माता के साथ कुछ गलत करता तो वह भस्म हो जाता. उधर राजस्थान कांग्रेस की ओर से कटारिया के बयान को लेकर कहा गया है कि यह बयान कटारिया के मानसिक दिवालियापन को दिखाता है.