जयपुर.वरिष्ठ पत्रकार मनीष गोधा के अनुसार अगर इस मामले का खुलासा करने वाली न्यूज़ एजेंसी का दावा सही है तो यह राजस्थान की दृष्टि से एक बड़ी घटना बन सकती है. क्योंकि वसुंधरा राजे के निजी सचिव के फोन टैपिंग का जो समय बताया जा रहा है वह तब का है, जब वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं, और कुछ समय बाद प्रदेश में चुनाव होने वाले थे.
राजस्थान के मौजूदा दौर में वसुंधरा राजे की पार्टी में स्थिति और पिछली घटनाओं को अगर पेगासस मामले से रिलेटेड करें तो यह राजस्थान के लिहाज से बड़ी राजनीतिक घटना है. हालांकि गोधा कहते हैं कि राजस्थान में फोन टैपिंग कोई नई बात नहीं है. लेकिन जो घटनाक्रम हुआ है, अगर उसकी जांच होती है तो निश्चित तौर पर एक बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आ सकता है.
वहीं राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार श्याम सुंदर शर्मा के अनुसार जो खुलासा हुआ है वो मौजूदा परिस्थितियों में राजस्थान के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निजी सचिव के फोन टैपिंग का भी मामला सामने आ रहा है. ऐसे में राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल भी तेज होना तय है.
शर्मा कहते हैं कि राजस्थान में फोन टैपिंग का मामला पुराना है. वर्तमान सरकार के कार्यकाल में जहां मुख्य सरकारी सचेतक महेश जोशी ने फोन टैपिंग से जुड़ा मामला एसीबी में दर्ज करा रखा है. तो वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी फोन टैपिंग से जुड़ा ही मामला दिल्ली पुलिस में दर्ज कराया है.