जयपुर. अभी तक आपको सड़कों के किनारे या फुटपाथ पर लोग बेघर अवस्था में सोते हुए और जीवन यापन करते हुए नजर आते थे. साथ ही सड़कों पर कई खानाबदोश लोग भीख मांगते हुए भी नजर आते थे. मगर जल्द ही ये तमाम खानाबदोश अब सड़कों पर नजर नहीं आएंगे.
खानाबदोशों का किया जाएगा पुनरुद्धार बता दें कि, कोरोना महामारी के बीच जयपुर पुलिस ने एक अनूठी मुहिम शुरू की है. मुहिम के तहत जयपुर कमिश्नरेट की टीम ने राजधानी में करीब 1100 से ज्यादा खानाबदोशों को चिन्हित किया है. जिन्हें सड़क पर अपनी जिंदगी गुजर बसर करनी पड़ रही है. इसी के चलते पुलिस कमिश्नरेट की ओर से पूरे जयपुर में तमाम जगह का सर्वे किया. सर्वे करने के दौरान पाए इन सभी खानाबदोशों को जयपुर पुलिस की ओर से जामडोली स्थित एक केंद्र में रखा जाएगा. जहां पर उन्हें खाने-पीने से जुड़ी तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.
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अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अशोक कुमार गुप्ता के मुताबिक जयपुर शहर में करीब 1100 से ज्यादा खानाबदोश पाए गए हैं. जो कि पॉश इलाकों में सर्दी गर्मी बरसात में फुटपाथ के ऊपर अपना जीवन यापन करते हैं. कोरोना के समय सभी इलाकों का सर्वे किया गया है. इस दौरान सभी खानाबदोशों को खाने-पीने और कपड़े पुलिस की ओर से वितरित किए जा रहे हैं. भविष्य में इन खानाबदोशों को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए उनका पुनरुद्धार किया जाएगा.
बता दें कि, खानाबदोशों का सर्वे कराने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान निर्भया स्क्वायड टीम का रहा है. जो गली मोहल्लों में जाकर के फुटपाथ पर सोने वालों से लोगों से बातचीत कर उनके परिवार और घर की सूचना जुटा रही हैं. जिन खानाबदोशों के नाम पते सही पाए गए, उन्हें उनके गंतव्य तक भी पुलिस की ओर से पहुंचाया जाएगा.