जयपुर. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीसी की. इन दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कोरोना की स्थति के बारे में बताते हुए कहा कि समय पर इलाज होने से मरीज की जान बच सकती है. इसलिए अधिक से अधिक लोगों को इस बारे जागरूक करना चाहिए. उन्होंने अपील की कि लोग लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल जाकर इलाज लें, जिससे वो स्वयं की जान के साथ दूसरों की जान भी बचा सकते हैं. कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीसी के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, राजस्थान में अभी गांव सुरक्षित हैं, लेकिन दूसरे राज्यों की स्थिति से हमें भी सबक लेना चाहिए. हमारा पूरा प्रयास है कि गांवों में कोरोना ना पहुंचे. प्रदेश में बेहतर मॉनिटरिंग के जरिए राज्य सरकार शहरों में कोरोना पर काबू करने का प्रयास कर रही है. आशा है कि आमजन के सहयोग से हम इसमें कामयाब होंगे.
विशेषज्ञों की राय है कि कोरोना वैक्सीन लगने का लाभ यह होता है कि वैक्सीनेशन के बाद भी यदि कोरोना हो जाता है, तो मरीज की स्थिति गंभीर नहीं होती है और मृत्यु की आंशका नहीं के बराबर हो जाती है, इसलिए वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वीसी में कुछ बातें प्रमुखता से आई हैं. उन्होंने कहा, मैं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बात का समर्थन करता हूं कि समय पर इलाज होने से मरीज की जान बच सकती है. राजस्थान समेत देशभर में संक्रमित व्यक्ति लक्षण दिखने के बावजूद देरी से अस्पताल आते हैं, जिससे मृत्यु की संख्या बढ़ती है. मैं आमजन से अपील करता हूं कि लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल जाकर इलाज लें. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि दोनों राज्यों की सीमाओं पर स्थित गांवों में कोरोना तेजी से फैल रहा है. पहले कोरोना सिर्फ शहरों तक सीमित माना गया था, लेकिन अब ग्रामीण इलाकों में भी इसका गंभीर असर दिख रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि कोरोना की दूसरी लहर में अगर किसी भी तरह के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो तत्काल प्रभाव से अपने नजदीकी अस्पताल जाएं और जांच कराएं और पूरा उपचार लें.