जयपुर. राजधानी की मानसरोवर थाना पुलिस ने मंगलवार को डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी राजेश जैन को गिरफ्तार किया (Fraud accused arrested in Jaipur) है. आरोपी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर मकान को बेच कर धोखाधड़ी की थी. आरोपी खुद को जयपुर के एक नामी हॉस्पिटल के ट्रस्टी का दत्तक पुत्र बताता था. पुलिस ने पीड़ित दीपक सिंघल की रिपोर्ट पर कार्रवाई की है.
आरोपी आगे पीछे दो गाड़ियों को एस्कॉर्ट कर बीएमडब्ल्यू से चलता था. आरोपी खुद को करोड़पति बताता था. दिल्ली-मुंबई में करोड़ों का बिजनेस बताकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता था. आरोपी करीब 8 महीने से फरार चल रहा था. जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी. आरोपी चोरी छिपे कंबल ओढ़कर मालवीय नगर इलाके के एक पार्क में अपनी पत्नी से मिलने के लिए आया था. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 3 किलोमीटर तक बीएमडब्ल्यू कार का पीछा करके आरोपी को दबोच लिया.
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प्रोबेशनर आईपीएस अधिकारी हरिशंकर के मुताबिक मानसरोवर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके एक प्लॉट को बेचने के नाम पर डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी राजेश जैन को मालवीय नगर इलाके के एक पार्क से गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित दीपक सिंघल ने करीब 8 महीने पहले आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था. पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार राजेश जैन ने अपने जीजा विकास पाटनी के साथ मिलकर अमृत नगर कॉलोनी में एक प्लॉट का सौदा किया था. आरोपी राजेश जैन ने पहले से बेचे गए प्लॉट को एक साल बाद दोबारा परिवादी दीपक सिंघल को बेच दिया था.
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आरोपी ने 333 वर्ग गज के प्लाट का फर्जी दस्तावेज तैयार करके पट्टे की फर्जी कॉपी तैयार की और परिवादी को डेढ़ करोड़ रुपए में सौदा कर दिया. परिवादी प्लॉट पर कब्जा करने के लिए पहुंचा, तो पता चला कि राजेश जैन ने 1 साल पहले ही यह प्लॉट किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया था. जिसके पास जेडीए का पट्टा भी था. पीड़ित को धोखाधड़ी का पता चलने पर थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. पुलिस को आरोपी के मालवीय नगर इलाके में आने की सूचना मिली थी.