जयपुर. सवाईमान सिंह हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने एक दुर्लभ दिल की बीमारी के ऑपरेशन को अंजाम दिया. हॉस्पिटल के कार्डियो-थोरेसिक विभाग के चिकित्सकों द्वारा हृदय की जन्मजात विकृति-कंपलीट एवी कैनाल डिफेक्ट विद केंद्रिक्यलर सेप्टल डिफेक्ट विद वाल्व रिपेयर का ऑपरेशन छोटे चीरे द्वारा बिना छाती की हड्डी काटे किया.
CTVS विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनिल शर्मा ने बताया कि अभी तक हृदय के जो मिनिमल इनवेसिव ऑपरेशन होते हैं. उनमें छाती पर चार अलग अलग छोटे चीरे लगाये जाते है ताकि उपकरण आसानी से छाती में प्रवेश कर सके और उनके अलावा एक चीरा जांच में लगाया जाता है. जिसके द्वारा जांच की फेमोरल धमनी और शिरा (आर्टरी एवं वेन) के द्वारा रक्त संचार प्रणाली को ऑपरेशन के दौरान नियंत्रित किया जा सके.
इस प्रकार की सर्जरी के लिए विशिष्ट प्रकार का ऑपरेशन थिएटर, विशेष ट्रेंड स्टाफ और उपकरणों की आवश्यकता होती है. डॉ. शर्मा और उनकी टीम द्वारा बिना छाती की हड्डी काटे एक ही थीरे द्वारा जन्मजात विकृति की यह सफल सर्जरी अपने आप में एक विश्वस्तरीय उपलब्धी है. डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि 19 वर्षीय मरीज ममता जन्म से ही सांस फूलने, छाती में दर्द और अत्यधिक थकान की शिकायत थी.