जयपुर. प्राकृतिक गैस और तेल के बेहतर उत्पादन पर हुए नवीनतम शोधों को साझा करने के उद्देश्य से जयपुर में तीन दिवसीय पांचवीं साउथ एशियन जियोसाइंस कॉन्फ्रेंस जियो इण्डिया का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार को कार्यक्रम में भाग लेने केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Petroleum Minister in Jio India Conference) जयपुर पहुंचे. पुरी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि तेल की बढ़ती कीमतों पर मोदी सरकार ने नियंत्रण किया है और आमजन को राहत दी है, जबकि घरों तक घरेलू गैस पाइपलाइन बिछाने का काम भी (Hardeep Singh Puri on domestic gas pipeline) सरकार लगातार कर रही है.
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि जब पूरे विश्व में तेल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही थी तब सरकार ने सिर्फ 2 फीसदी तेल (Hardeep Singh Puri on petrol price) के दाम बढ़ाए. उन्होंने कहा कि हमने पिछले 1 साल में दो बार तेल पर लगाए जा रहे टैक्स में कमी की और बीजेपी शासित प्रदेशों में भी सरकार ने टैक्स में कमी करके आमजन को राहत दी. इसके विपरीत कांग्रेस शासित प्रदेशों ने टैक्स में कमी नहीं की (Hardeep Singh Puri target congress). आम जनता को उनसे सवाल करना चाहिए.
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पुरी ने यह भी बताया कि घरेलू गैस को पाइपलाइन के जरिए घरों तक पहुंचाने के लिए यूपीए सरकार के वक्त 14,000 किलोमीटर तक गैस पाइपलाइन बिछाई गई थी, जिसे अब मोदी सरकार ने 22,000 किलोमीटर कर दिया है और हमारा लक्ष्य है कि इसे आने वाले कुछ समय में 33,500 किलोमीटर तक पहुंचाया जाए. केंद्रीय मंत्री ने बढ़ती गैस की कीमतों पर बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह बढ़ोतरी 250 से 270 फीसदी तक देखने को मिली है लेकिन इसके बावजूद सरकार ने गैस की कीमतों में सिर्फ 70 फ़ीसदी बढ़ोतरी की है. घरेलू गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा टारगेट है कि हम हर जरूरतमंद व्यक्ति को सब्सिडी उपलब्ध कराएं और फिलहाल जो पात्र लोग हैं उन्हें ₹200 प्रति सिलेंडर की सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है.
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एथेनॉल मिलावट को लेकर करेंगे चर्चा
पेट्रोल में एथेनॉल की मिलावट को लेकर पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पेट्रोल में 20 फ़ीसदी एथेनॉल की मिलावट का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए कितने एथेनॉल की जरूरत पड़ेगी, इसे लेकर मंथन किया जा रहा है. हमने एक फिगर भी तैयार किया है कि यदि पूर्ण रूप से एथेनॉल की मिलावट शुरू कर दी जाती है तो हमें लगभग 1000 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता पड़ेगी. मौजूदा समय में हम 450 करोड़ लीटर एथेनॉल बना रहे हैं. इसका प्रोडक्शन किस तरह बढ़ाया जाए, इस पर सरकार काम कर रही है.
पुरी ने बताया कि पेट्रोल में एथेनॉल की मिलावट करके लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की बचत की है. जल्द ही पेट्रोल में 20 फ़ीसदी एथेनॉल मिलाकर बेचा जाएगा और इसे आगामी 2 से 3 महीने में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा. शुक्रवार को पेट्रोलियम मंत्री ने एसोसिएशन ऑफ पेट्रोलियम जियोलॉजिस्ट (एपीजी) की ओर से आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया. इस कॉन्फ्रेंस में भारत, अमेरिका, नॉर्वे और यूरोपीय संघ सहित अन्य देशों के सौ से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं.