जयपुर. राजधानी के पेट्रोल पंप भी अब ड्राई होने लगे (Petrol pumps started dry) हैं. नतीजा यह है कि कुछ पेट्रोल पंप पर लंबी कतारें, तो कुछ से लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है. पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की सप्लाई गड़बड़ाने के मामले में खाद्य सचिव आशुतोष एटी ने ऑयल कंपनियों को निर्देश देते हुए हर दिन की सप्लाई रिपोर्ट मांगी है. जिसमें डिमांड और सप्लाई की जानकारी देनी होगी. ताकि ऑयल कंपनियों और पेट्रोल पंप संचालकों के बीच समन्वय बना रहे. इसके लिए अतिरिक्त खाद्य आयुक्त कालूराम को नोडल अधिकारी बनाया गया है. साथ में कोई भी पेट्रोल पंप ड्राई न हो इसे लेकर स्पष्ट निर्देश भी दिए गए हैं.
22 गोदाम से आगरा रोड जाने के लिए घर से निकले नरेंद्र सिंह चौहान हो या छोटी चौपड़ से अजमेरी गेट तक अपनी गाड़ी को खींचते हुए पहुंचे तन्मय कुमार. और इन जैसे न जाने कितने राजधानी के बाशिंदे बुधवार को पेट्रोल डलवाने के लिए एक पेट्रोल पंप से दूसरे पेट्रोल पंप तक अपनी गाड़ी को खींचते हुए पहुंचे.
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कंपनियों ने एडवांस लेकर पेट्रोल पंप को तेल की सप्लाई करने का फैसला किया: दरअसल, रिलायंस और एस्सार पेट्रोलियम कंपनी की ओर से पेट्रोल-डीजल सर्व करने से हाथ खींचने के बाद भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल पर उपभोक्ताओं का अतिरिक्त भार पड़ा. जिसके बाद हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने तो उधारी वाले सिस्टम को खत्म करते हुए एडवांस लेकर पेट्रोल पंप को सप्लाई करने का फैसला लिया. हालांकि इस सप्लाई में भी दोनों कंपनी नियमितता नहीं रख पा रही. जिसकी वजह से कई पेट्रोल पंप ड्राई हो गए और शहर वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
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कई पेट्रोल पंप पर लगी रही लंबी कतार: ईटीवी भारत ने शहर में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप का जायजा लिया. तो यहां कुछ पर लंबी कतार तो कुछ पर एंट्रेंस पर रस्सी बंधी मिली. वहां कार्यरत कर्मचारी उपभोक्ताओं को दूसरे पेट्रोल पंप जाने के लिए कहते हुए सुनाई दिए. हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप प्रबंधक ने बताया कि क्रूड ऑयल महंगा होने के कारण ऑयल कंपनियां घाटे में जा रही हैं. इस वजह से उन्होंने सप्लाई आधी से भी कम कर दी है. जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ये समस्या फिलहाल डीजल में ज्यादा है, पेट्रोल में कम. लेकिन आने वाले दिनों में यही स्थिति पेट्रोल में भी देखने को मिल सकती है. चूंकि पहले रिलायंस और एस्सार ने अपने हाथ खींचे और अब एचपीसीएल और बीपीसीएल में भी यही कंडीशन बन रही है और यदि इन कंपनीज पर एक्साइज ड्यूटी कम नहीं की जाती, तो आगामी दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है. हालांकि शहर की इन परिस्थितियों को देखते हुए खाद्य सचिव आशुतोष एटी ने ऑयल कंपनियों से मीटिंग कर नियमित सप्लाई रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही ऑयल कंपनियों को साफ कहा है कि पेट्रोल पंप ड्राई नहीं होने चाहिए.