जयपुर. पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों ने 100 का आंकड़ा भी छू लिया है और पेट्रोल की कीमतें 97 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच चुकी हैं. ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि खाद्य वस्तुएं महंगी हो सकती हैं. देखिये यह रिपोर्ट...
प्रदेश में तेल के दामों में लगभग हर रोज बढ़ोतरी हो रही है. पेट्रोल-डीजल की दामों में बढ़ोतरी के साथ सियासत भी तल्ख होती जा रही है. वहीं खाद्य पदार्थ व्यापार संघ का कहना है कि पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ती हैं तो ट्रांसपोर्टेशन महंगा हो जाता है.
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता का कहना है कि पेट्रोल डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी होती है तो खाद्य वस्तुओं का महंगा होना तय है. मौजूदा समय में फल सब्जी और दालों की कीमतें कुछ समय से स्थिर हैं. लेकिन पेट्रो पदार्थों के बढ़ते दामों के कारण अब आने वाले समय में खाद्य वस्तुएं महंगी हो सकती हैं.
बीते कुछ समय से खाद्य तेलों के दाम में काफी वृद्धि देखने को मिली है. खाद्य पदार्थ व्यापार संघ का कहना है कि सरकार की ओर से पाम ऑयल के आयात पर कुछ प्रतिबंध लगाया गया है. जिसका असर खाद्य तेलों पर देखने को मिला है. बीते कुछ समय से खाद्य तेलों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
सोयाबीन तेल मार्च-अप्रैल 2020 में 1320 रुपए प्रति टिन था, जो दिसंबर 2020 में 2000 रुपये प्रति टिन पहुंच गया. हांलाकि जनवरी में थोड़ी राहत देखने को मिली और भाव 1800 रुपए प्रति टिन दर्ज किए गए.
सरसों तेल मार्च-अप्रैल 2020 में 1400 रुपए प्रति टिन था जो जनवरी 2021 में 1900 रुपये प्रति टिन हो गया. मूंगफली तेल मार्च-अप्रैल 2020 में 2200 रुपए प्रति टिन था जो जनवरी 2021 में 2550 रुपये प्रति टिन हो गया. पाम ऑयल मार्च-अप्रैल 2020 में 1250 रुपए प्रति टिन था जो जनवरी 2021 में 1750 रुपये प्रति टिन हो गया.