राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

विवादित भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाने से भड़के लोग, पूछा- सरकार हमें विस्थापित कर कहां भेजना चाहती है

जिले के शास्त्री नगर स्थित कब्रिस्तान के लिए 40 बीघा जमीन पर बाउंड्री वॉल बनाने को लेकर वहां रहने वाले लोगों में आक्रोश फैल गया है. मंगलवार को वे लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए, जहां, उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया.

By

Published : Jul 23, 2019, 10:47 PM IST

विवादित भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाने पर फूटा लोगों का गुस्सा

जयपुर.जिले के शास्त्री नगर स्थित कब्रिस्तान की जमीन का मामला मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा. यहां, से बेघर किए गए परिवार के लोगों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कोर्ट ने कब्रिस्तान की 33 बीघा जमीन पर बाउंड्री वॉल कराने का आदेश दिया है, जबकि प्रशासन 40 बीघा जमीन पर बाउंड्री वॉल कराकर कब्रिस्तान को देना चाहता है.

कब्रिस्तान के लिए 40 बीघा जमीन पर बाउंड्री वॉल बनाने को लेकर वहां रहने वाले लोगों में आक्रोश फैल गया है. मंगलवार को वे लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए, जहां, उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की की 33 बीघा जमीन पर ही बाउंड्री वॉल बनाई जाए. लोगों ने मांग की कि प्रशासन कब्रिस्तान की 33 बीघा जमीन का माप कराकर वहां बाउंड्री वॉल कराए, लेकिन 6 बीघा 13 बिस्वा जमीन को छोड़ दे, क्योंकि उस जमीन को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है. राष्ट्रीय कुमार महासभा की जिला अध्यक्ष मदनलाल कुमार ने बताया कि प्रशासन ने कोर्ट के आदेश की आड़ में 81 परिवारों को बेघर कर दिया, जबकि कोर्ट का आदेश नहीं था, उसके बावजूद भी प्रशासन ने मकानों को तोड़ दिया.

विवादित भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाने पर फूटा लोगों का गुस्सा

वहीं, मदनलाल कुम्हार ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि साजिश 40 की 40 बीघा जमीन साजिश रच कर कब्रिस्तान को देना चाह रहा है. उन्होंने कहा कि 6 बीघा 13 बिस्वा जमीन फॉरेस्ट विभाग की है. लेकिन फॉरेस्ट विभाग ने आज तक जमीन नहीं मांगी. उन्होंने कहा कि यदि फॉरेस्ट विभाग अपनी जमीन लेता है, तो आधा शास्त्री नगर खाली हो जाएगा. कुम्हार ने बताया कि हम लोग इस जमीन पर 1939 से रह रहे हैं और हमको बड़ोदिया बस्ती से विस्थापित करके यहां बसाया गया था. अब सरकार यहां से विस्थापित करके हमें कहां भेजना चाह रही है, विस्थापितों को और विस्थापित कर रही है.

रवि प्रजापत ने बताया कि हम लोग यहां 1940 से रह रहे हैं. हिंदू, मुस्लिम भाईचारे के साथ काफी सालों से हैं. सरकार ने हमें यहां से हटा दिया. हमारा न तो पुनर्वास किया न ही मुआवजा दिया गया है. उन्होंने कहा हमारे पास पूरे कागज हैं, लेकिन कब्रिस्तान के पास कोई दस्तावेज नहीं है. इसके बावजूद भी हमे यहां से हटा दिया गया. रवि ने कहा कि हमने जमीन के जेडीए में पैसे जमा कराए हैं और उसकी पूरी रसीद हमारे पास है. कलेक्टर जागरूप सिंह यादव ने कहा है कि विवादित भूमि फॉरेस्ट विभाग की है. यह उनके संज्ञान में है, लेकिन उस पर भी दीवार बनाई जाएगी, ताकि उस पर फिर से अतिक्रमण नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि यदि दीवार नहीं बनेगी, तो फिर से उस जमीन पर अतिक्रमण हो जाएगा. दीवार बनाकर विवादित भूमि को कब्रिस्तान को नहीं दी जाएगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details