जयपुर. चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा प्रदेश के मरीजों को उठाना पड़ेगा. दरअसल, आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 13 दिसंबर से मरीजों को 3 लाख की बजाय 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा मिलने वाला था, लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों में बीमा योजना में लापरवाही बरती. ऐसे में बढ़े हुए बीमा राशि को लेकर प्रदेश के मरीजों को अभी कुछ और इंतजार करना पड़ेगा.
दरअसल, आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 13 दिसंबर से नई सेवा प्रदाता कंपनी को बीमा का काम दिया जाना था. लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने लेटलतीफी दिखाई तो ऐसे में समय से निविदा की प्रक्रिया नहीं हो पाई, जिसके कारण तय समय पर नई बीमा कंपनी का चयन नहीं हो पाया है.