जयपुर.भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी राजे के जन्मदिन कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन मानने से इनकार करते हैं. परनामी के अनुसार यदि कोई से शक्ति प्रदर्शन मानता है तो मानते रहे लेकिन राजे दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रही है ऐसे में उनको किसी शक्ति प्रदर्शन (Raje Show of strength during Hadoti visit) की आवश्यकता नहीं है.
रविवार को जयपुर शहर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय जैन के जन्म दिवस के मौके पर मीडिया से मुखातिब परनामी ने कहा कि लोग या मीडिया भले ही केशवरायपाटन में हुए जन्म दिवस कार्यक्रम को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखती हो लेकिन वसुंधरा राजे धार्मिक महिला भी हैं. ये उनका देव दर्शन कार्यक्रम था. परनामी ने कहा कि पूर्व में भी राजे ने भरतपुर संभाग में, मारवाड़ संभाग में अपना देव दर्शन कार्यक्रम करती रही हैं.
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राजे की संभागवार यात्राओं को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में परनामी ने कहा कि कोरोना के दौरान भाजपा पार्टी से जुड़े जिन कार्यकर्ताओं का निधन या उनके परिजनों का निधन हुआ. राजे केवल वहां पहुंचकर शोक संतृप्त परिवार से मिल रही हैं क्योंकि भाजपा का पूरा एक परिवार है.
छूटा था ये मंदिर इसलिए अब यहां कार्यक्रम: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अशोक परनामी के अनुसार पिछली बार जब राजे ने परिवर्तन यात्रा निकाली थी तब केशवराय मंदिर छूट गया था. ऐसे में इस बार उनके समर्थक और लोग चाहते थे कि वहां पर ये कार्यक्रम हो और वहां यह कार्यक्रम किया गया.
इस बार यहां सेलिब्रेट हुआ राजे का जन्मदिन: 8 मार्च को इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे का जन्मदिन (Vasundhara Raje Birthday on March 8) बूंदी जिले के केशवरायपाटन मंदिर में दर्शनों के साथ सेलिब्रेट किया गया. राजे समर्थकों और हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ यहां जुटी थी जिसे राजनीतिक गलियारों में राजे समर्थकों का शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा था. वहीं, राजे समर्थक नेता वसुंधरा राजे के बड़े सियासी कद और अनुभव का हवाला देकर राजे को शक्ति प्रदर्शन की आवश्यकता से इनकार करते हैं.