जयपुर.जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की शुरूआत 17 जनवरी से हो चुकी है. जिसके तहत शनिवार को शार्ट फ़िल्म 'पंछी' फिल्म की स्क्रीनिंग की गई. बाल श्रम को मिटाने का संदेश देने वाली इस फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान काफी संख्या में दर्शक मौजूद रहे. देश में जिस तरह छोटे बच्चों से मजदूरी करा कराई जा रही है, उसे मिटाने का यह फिल्म संदेश देती है.
मालवीय नगर के एक टावर में सिनेमा हॉल में इस 'पंछी' फिल्म की स्क्रीनिंग की गई. इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से गरीब परिवार अपने बच्चों को मजदूरी करने के लिए भेज देते हैं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक हो सके. ऐसे ही एक परिवार की कहानी इस पंछी फिल्में दिखाई गई है. एक मजदूरी करने वाला गरीब परिवार अपने छोटे बच्चे को बाल मजदूरी में लगा देता है. ताकि कुछ आमदनी हो सके. इसके बाद वही परिवार अपनी छोटी बेटी को भी बाल मजदूरी के लिए भेजना चाहते है.
यह भी पढ़ें- SMS के मरीजों को अब मिलेगी राहत...मल्टी स्टोरी IPD टावर का होगा निर्माण
फ़िल्म में दिखाया गया है कि देश में कुछ ऐसे लोग हैं जो बच्चों से मजदूरी कराते हैं. यह लोग कम मजदूरी देकर उन बच्चों से का शोषण करते हैं ताकि उनका फायदा हो. यह ठेकेदार बच्चों को टॉर्चर भी करते हैं. 24 घंटे में 18 घंटे इन बच्चों से मजदूरी कराई जाती है. ये ठेकेदार बच्चों को नशे की लत भी लगा देते है, ताकि वे अधिक काम करे.