जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग (Rajasthan Election Commission) ने चार जिलों में पंचायत समिति जिला परिषद के चुनाव (Panchayat Election 2021) की तारीखों का एलान कर दिया है. तारीखों के एलान के साथ ही इन जिलों में आदर्श आचार संहिता भी लागू (Model Code of Conduct) हो गई है. कोटा, बारां, करौली और गंगानगर में पंचायत और जिला परिषद के चुनाव तीन चरणों में होंगे.
राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश के कोटा, बारां, करौली और गंगानगर जिले में पंचायत जिला परिषद के चुनाव की घोषणा हो चुकी है. चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी लागू हो गई है. चारों जिलों में 3 चरणों में चुनाव होने हैं. पंचायत चुनाव का पहला चरण का चुनाव 12 दिसंबर, दूसरे चरण का चुनाव 15 दिसंबर और तीसरे चरण का चुनाव 18 दिसंबर को होगा. चारों जिलों के लिए मतगणना 21 दिसंबर को सुबह 9 बजे से होगी. वहीं, जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव 23 दिसंबर को होंगे. मतदान सुबह 7:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगा.
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32 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे मतदान...
4 जिलों में होने वाले पंचायत चुनाव (Zilla Parishad and Panchayat Samiti Member) में कुल 32 लाख 52,925 मतदाता भाग लेंगे. जिसमें 17 लाख 15 हजार 943 पुरुष और 15 लाख से ज्यादा महिला मतदाता हैं.
4 जिलों में 106 जिला परिषद सदस्य...
वहीं 4 जिलों में 106 जिला परिषद सदस्य, 568 पंचायत समिति सदस्य, चार जिला प्रमुख और चार उपजिला प्रमुख, 30 प्रधान और 30 उपप्रधान के लिए चुनाव होना है. गौरतलब है कि 29 जिलों में पंचायत और जिला परिषद के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. इन 4 जिलों में कानूनी अड़चन के चलते चुनाव नहीं हो पाए थे. हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) की हरी झंडी के बाद अब 4 जिलों में चुनाव की घोषणा हुई है.
29 नवंबर से शुरू होंगे नामांकन...
राजस्थान के इन चारों जिलों में पंचायत चुनाव के लिए 29 नवंबर से नामांकन (Nomination for Panchayat Election) शुरू होंगे. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 2 दिसंबर है. नामांकन वापसी 4 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक होगी.
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कोरोना गाइडलाइन के निर्देश...
चुनाव कार्यक्रम जारी करने के साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने संबंधित जिलों के निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की पालना के साथ मतदान प्रक्रिया संपन्न कराएं. आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कहीं पर भी अगर किसी भी अधिकारी की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.