जयपुर.शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स जिसने देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी लोकप्रियता के झंडे गाड़े थे, वो पिछले 10 महीनों से कोरोना के चलते बंद थी. ऐसे में अब 3 फरवरी से पर्यटक एक बार फिर से शाही गाड़ी का आंनद ले सकेंगे. 3 फरवरी को दिल्ली से ट्रेन का संचालन किया जाएगा. जिसमें यात्रियों को 30 प्रतिशत तक डिस्काउंट भी दिया जाएगा.
फरवरी, मार्च, अप्रैल तक यह डिस्काउंट यात्रियों के लिए रखा जाएगा. हालांकि अभी अंतरराष्ट्रीय यात्री नहीं आ रहे हैं. ऐसे में भारतीय पर्यटकों की यात्रा को देखते हुए पैलेस ऑन व्हील्स के अंतर्गत 30 प्रतिशत तक का डिस्काउंट रखा गया है.
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स के शुरुआती सत्र के सात फेरों को रद्द कर दिया गया था. जिसके बाद कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए पैलेस ऑन व्हील्स को पूरे 1 सत्र के लिए बंद किया गया था. इसको लेकर फाइल भी पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता को भेजी गई थी. वहीं शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स का सत्र 1 सितंबर को पर्यटन सत्र के साथ शुरू होना था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण सभी एडवांस बुकिंग रद्द हो गई थी.
वहीं रेलवे में भी लॉकडाउन के चलते इसका मेंटेनेंस नहीं हो पाया. जिसके कारण शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स यात्रियों के लिए उपयोग में नहीं ली जा रही थी. बता दें कि पर्यटन निगम के 600 कर्मचारियों की रोजी-रोटी शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स के भरोसे ही चलती है. हर वर्ष करीब 10 करोड़ का राजस्व भी शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स पर्यटन निगम को देती है.
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सात फेरे में 553 पर्यटक की बुकिंग करी थी रद्द
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बीच शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स के सात फेरो को रद्द कर दिया गया था. जिसके अंतर्गत शाही ट्रेन में करीब 553 पर्यटक को की बुकिंग भी रद्द कर दी गई थी. जिससे पर्यटन निगम को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए के राजस्व नुकसान का भी आकलन है. जिसको देखते हुए पर्यटन निगम के सीएमडी ने रेलवे बोर्ड को एक पत्र भी लिखा. जिसके अंतर्गत लॉकडाउन के चलते हुए नुकसान की जानकारी भी रेलवे बोर्ड को दी गई. बता दें कि रेलवे से 56 फीसदी हिस्सा राशि नहीं लेने का आग्रह भी उस पत्र के अंतर्गत किया गया है. पैलेस ऑन व्हील्स के राजस्व में रेलवे और आरटीडीसी का 56. 44 फीसदी की हिस्सेदारी है. जिसको देखते हुए पर्यटन निगम ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा है.