जयपुर. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की दो महिला एजेंट्स के हनी ट्रैप में फंसकर उन्हें सेना की सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं और युद्धाभ्यास के वीडियो भेजने पर गिरफ्तार किए गए सेना के जवान शांतिमोय राणा को राज्य विशेष शाखा ने बुधवार को मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट जयपुर महानगर प्रथम कोर्ट में पेश किया. जहां से आरोपी को 29 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया (Pak Spy sent to police remand) है. आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है और जासूसी के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी से अब तक हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि वह पिछले करीब 2 साल से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला हैंडलर्स से व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क में था.
निजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की देश से गद्दारी: डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि पश्चिम बंगाल निवासी भारतीय सेना के जवान शांतिमोय राणा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद जब उससे पूछताछ की गई तो उसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि अपनी निजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उसने देश के साथ गद्दारी की. आरोपी ने भारतीय सेना की सामरिक दृष्टि से संवेदनशील एवं गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजी जिसकी एवज में उसने धनराशि प्राप्त की. आरोपी के बैंक अकाउंट में धनराशि प्राप्त होने की पुष्टि हुई है. पाक महिला हैंडलर्स के इशारे पर आरोपी के खाते में धनराशि भेजने वाले और भारतीय मोबाइल नंबर से पाक महिला हैंडलर्स को व्हाट्सएप व टेलीग्राम डाउनलोड करवाने वाले संदिग्ध लोगों के बारे में गहन अनुसंधान किया जा रहा है. प्रकरण से जुड़े हुए अन्य संदिग्ध लोगों के बारे में पड़ताल की जा रही है.
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