जयपुर. राजधानी में सोमवार को हुए सिलेंडर ब्लास्ट से तीन मासूम बच्चों के सिर से मां का साया छिन गया. चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर के पास एक मकान में सिलेंडर ब्लास्ट होने से मकान धराशाई हो गया, जिसमें दबने से एक महिला और एक किशोर की मौत हो गई. हादसे के बाद से ही पीड़ित परिजन गम में डूबे हुए हैं.
मकान की पट्टियों के नीचे दबी महिला की मौत मृतक महिला मंजू पाराशर की दो बेटियां और एक बेटा है. तीनों बच्चों का अपनी मां की याद में रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. बच्चे बार-बार अपनी मां को याद कर रहे हैं. मृतक महिला की छोटी बेटी हर्षिता ने अपनी मां की आखिरी आवाजें सुनी थी. उस वक्त उसकी मां मकान के मलबे में दबी हुई मदद के लिए पुकार रही थी, लेकिन मदद होने से पहले ही प्राण निकल गए.
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मृतका की बेटी हर्षिता ने बताया कि घर के बाहर बैठी थी, उस दौरान अचानक तेज धमाके की आवाज आई तो ऊपर जाकर देखा. देखते ही उसके होश उड़ गए. मकान गिर चुका था, पट्टियों के नीचे से मम्मी की आवाज आ रही थी. जिसके बाद दम घुटने से कुछ देर बाद ही आवाजें शांत हो गई. घटना के बाद पहुंची पुलिस, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कड़ी मशक्कत के बाद मृतकों को मलबे से बाहर निकाला.
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बता दें, कि हादसे के दूसरे दिन मंगलवार को बीजेपी और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी. इस दौरान पीड़ित परिजनों ने जनप्रतिनिधियों को अपना दुखड़ा सुनाया और घटनाक्रम के बारे में बताया. जनप्रतिनिधियों ने सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दिलाने का भी आश्वासन दिया.