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Exclusive: राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर नोडल अधिकारी रवि जैन ने कही बड़ी बात

गहलोत सरकार ने राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए सीनियर आईएएस रवि जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त कर अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की जिम्मेदारी सौंपी. आईएएस रवि जैन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि वर्तमान में राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी नहीं है और आने वाले समय में भी ऑक्सीजन की किल्लत से ना जूझना पड़े इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.

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राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर ऑक्सीजन नोडल अधिकारी रवि जैन से खास बातचीत

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Published : May 24, 2021, 6:54 PM IST

जयपुर.राजस्थान में कोरोना केस लॉकडाउन के बाद लगातार कम हो रहे हैं. जहां पहले 15 से 18 हजार के बीच रोजाना नए केस सामने आ रहे थे उनकी संख्या घटकर अब 6 से 7 हजार के बीच पहुंच गई है. एक्टिव केसों की संख्या भी घट रही है. लेकिन जब कोरोना की दूसरी लहर राजस्थान में पीक पर थी तब अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थे. जिसके बाद गहलोत सरकार ने सीनियर आईएएस रवि जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त कर प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की जिम्मेदारी सौंपी. आईएएस रवि जैन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने वर्तमान में राजस्थान में ऑक्सीजन की स्थिति को लेकर बात की.

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रवि जैन ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी तो राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई थी. रोजाना 16 हजार सिलेंडर की खपत हो रही थी. लेकिन बीते कुछ दिनों में केसों में कमी आई है और ऑक्सीजन सप्लाई की किल्लत को भी कंट्रोल में कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि अब राजस्थान में रोजाना 10 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत हो रही है.

ऑक्सीजन नोडल अधिकारी रवि जैन Exclusive

भविष्य में ऑक्सीजन की कमी कैसे दूर होगी

भविष्य में ऑक्सीजन की कमी ना हो इस दिशा में क्या कदम उठाए जा रहे हैं. इस सवाल पर रवि जैन ने कहा कि इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राजस्थान में इस समय 2 तरीके से ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है. पहला सीधे हवा से एयर सेपरेशन के माध्यम से और दूसरी लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बनाई जा रही है. ऐसे में इस समय सबसे ज्यादा जरूरी एयर सेपरेशन ऑक्सीजन है, इसको लेकर राजस्थान के सभी बड़े अस्पतालों को पत्र भी लिखा गया है कि वो अपने अस्पताल परिसर में प्लांट लगाएं. ताकि कोरोना की तीसरी लहर के समय ऑक्सीजन की कमी ना हो.

बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन की डिमांड हुई कम

ऑक्सीजन नोडल अधिकारी रवि जैन ने बताया कि इस समय कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटलों जैसे- आरयूएचएस और एसएमएस अस्पताल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल हैं. यहां कोरोना मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई है. जिसका सीधा असर ऑक्सीजन की खपत पर पड़ा है. दोनों ही अस्पतालों में ऑक्सीजन की डिमांड में कमी आई है और आरयूएचएस में लिक्विड ऑक्सीजन डायरेक्ट भेजा जाता है. आने वाले दिनों में एसएमएस अस्पताल को भी लिक्विड ऑक्सीजन डायरेक्ट भेजी जायेगी. जिससे ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी.

रेमडेसिविर की कमी पर क्या कहा

ऑक्सीजन के अलावा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी से भी राजस्थान जूझ रहा था. जगह-जगह से कालाबाजरी की खबरें भी सामने आ रही थी. इसको लेकर रवि जैन ने कहा कि कुछ समय के लिए रेमडेसिविर की कमी हुई थी. लेकिन अब इस समस्या को दूर कर दिया गया है. अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिए गए हैं.

राजस्थान में कोरोना की स्थिति

राजस्थान में रविवार को कोरोना के 6521 नए मामले सामने आए, जिसके बाद प्रदेश में कोरोना का कुल आंकड़ा 9,16,042 पर पहुंच गया है. वहीं, प्रदेश में कोरोना से अब तक 7703 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केसों की संख्या घटकर 1,12,218 रह गई है. लॉकडाउन के बाद से लगातार केसों की संख्या में कमी आई है. अब मौत का आंकड़ा भी धीरे-धीरे कम हो रहा है.

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