जयपुर. प्रदेश में अधिक पार्षद जीतने के बावजूद भी अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं बनाने को लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शनिवार को मुस्लिम समाज के लोग व संस्थाओं के पदाधिकारी अपने कौम के जीते हुए पार्षदों से जवाब मांगने कूकस के लिए निकले. जिसके तहत मुस्लिम समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि जब हमारी कौम के पार्षद अधिक संख्या में चुने गए हैं तो अलपसंख्यक समुदाय से ही मेयर होना चाहिए था.
जिसको लेकर मुस्लिम समाज के पदाधिकारी शनिवार सुबह मुसाफिर खाने में एकत्रित हुए और अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर नहीं चुने जाने को लेकर भी नाराजगी जताई. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. जिसके बाद उन्होंने गहलोत सरकार से मांग की है कि जयपुर शहर के दोनों नगर निगम में से एक नगर निगम हेरिटेज में अल्पसंख्यक समुदाय का महापौर बने.
समाज पदाधिकारी शब्बीर खान ने कहा कि पार्षदों को लेकर उन्हें कोई नाराजगी नहीं है. शौकत कुरेशी ने कहा कि अल्पसंख्यक पार्षदों को जबरदस्ती बाड़ाबंदी में रखा गया है और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा. कुरेशी ने बताया कि पार्षदों का कहना है कि हम कौम के साथ हैं यदि वे बाहर निकले तो उनका विचार वे बता सकते हैं. साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता रूबी खान ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय से ही अधिक संख्या में पार्षद बने हैं तो अल्पसंख्यक महिला का भी हक बनता है कि वह महापौर बने.