जयपुर. कोविड-19 संक्रमण के बाद प्रदेश में बीते 8 महीने से ऑर्गन डोनेशन और ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया एकाएक बंद हो चुकी थी, लेकिन अनलॉक शुरू होने के बाद एक बार फिर से ऑर्गन डोनेशन और ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में शुरू हो चुकी है. हाल ही में प्रदेश का 38वां ऑर्गन ट्रांसप्लांट सवाई मानसिंह अस्पताल में किया गया था.
राज्य में वर्ष 2015 में कैडेवर अंगदान और अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी. अंगदान और अंग प्रत्यारोपण का काम सुचारू रूप से चालू रह सके. इसके लिए अक्टूबर 2019 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन का उद्घाटन किया था. प्रदेश में मार्च महीने से अक्टूबर महीने तक ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया बंद रही. लेकिन, नवंबर महीने में टोंक निवासी 15 वर्षीय अंकित का ब्रेन डेड हो गया था. इसके बाद उनके परिजनों ने SMS अस्पताल में अंकित के अंग दान किए, जिससे पिछले 8 महीनों से रुके हुए ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू हो चुकी है.
बीते 8 महीने में करीब 21 मरीजों को ब्रेन डेड घोषित किया गया...
स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) के नोडल ऑफिसर डॉ. मनीष शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 8 महीने में करीब 21 मरीजों को ब्रेन डेड घोषित किया गया था, लेकिन कोविड-19 के डर के कारण जरूरतमंद मरीजों के अंग प्रत्यारोपित नहीं किए जा सके. वहीं, कोरोना के डर के कारण मरीजों ने भी अंग प्रत्यारोपण से दूरी बना ली थी, लेकिन हाल ही में 15 वर्षीय अंकित जब ब्रेन डेड हुआ तो उनके परिजनों की काउंसलिंग की गई और परिजन अंकित के अंग दान करने को राजी हो गए.